Refurbished Phone: यदि आप भी नया फोन खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो आप रिफर्बिश्ड फोन लेने के बारे में जानकारी ले सकते हैं। आइए बताते हैं कि रिफर्बिश्ड फोन क्या होते हैं साथ ही उनके फायदे और नुकसान के बारे में भी जानने को मिलेगा। बता दे कि रिफर्बिश्ड फोन पुराने मोबाइल फोन के हैंडसेट को कहा जाता हैं जो किसी व्यक्ति के खरीदने के बाद किसी प्रॉब्लम की वजह से वापस भेज दिए जाते हैं। जिसके बाद इन्हें दोबारा से रिपेयर करके सेल कर दिया जाता है। अब लोगों के मन में पुराने फोन को लेकर कई तरह के सवाल होते हैं।
रिफर्बिश्ड फोन सेल पर लगाए जाने से पहले अच्छी तरह चेक किए जाते हैं इसके सभी फंक्शन और पार्ट्स को ठीक से चेक करने के बाद ही ग्राहक को दिया जाता हैं। इतना ही नहीं डाटा प्रोटक्शन एक्ट के तहत सेलर उस फोन में पहले से मौजूद सभी डाटा को रिमूव कर देता हैं। अलग-अलग कारणों से रिफर्बिश्ड फोन किसी नए हैंडसेट का बेहतर अल्टरनेटर साबित हो सकते हैं। क्योंकि रिफर्बिश्ड फोन एक बार इस्तेमाल किए जा चुके होते हैं। इसलिए इनकी कोई गारंटी नहीं होती कि फ्यूचर में दोबारा इन में कोई प्रॉब्लम नहीं आएगी।
रिफर्बिश्ड फोन के फायदे
- रिफर्बिश्ड फोन खरीदने का फायदा यह है कि आप यह फोन लेकर एक तरह से एनवायरमेंट का नुकसान होने से बचाते हैं। रिफर्बिश्ड फोन रीसायकल प्रोडक्ट होते हैं जो कि एनवायरमें को डैमेज होने से बचाते हैं।
- किसी रिपोर्टर फोन को खरीदते का सबसे बड़ा कारण कम कीमत होती हैं। नए ब्रांडेड फोन को खरीदने की जगह लोग उसके रिफर्बिश्ड वर्जन को खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं।
- रिफर्बिश्ड फोन लेने का एक और फायदा यह कि उसकी वारंटी होती है। जब आप किसी नामी कंपनी से रिफर्बिश्ड फोन लेते हैं तो आपको कम से कम 90 दिनों की वारंटी दी जाती हैं। अगर उन 90 दिनों तक आपके फोन में कोई फंक्शन या खराबी दिखती है तो सेलर आपके फोन की मुफ्त में रिपेयरिंग कर देते हैं।
- एक बार इस फोन को कंपनी द्वारा टेस्ट करने के बाद यूजर और उसके टेक्नीशियन से टेस्ट कराया जाता हैं। इसलिए यह आमतौर पर बाकी फोन से ज्यादा सिक्योर होते हैं।
ये भी पढ़ें: Twitter New Feature: ट्विटर ला रहा नया फीचर, अब यूजर्स कर पाएंगे ये काम!
रिफर्बिश्ड फोन के नुकसान
- रिफर्बिश्ड फोन पहले किसी और व्यक्ति के इस्तेमाल किए जा चुके होते हैं और यह किसी फेल फंक्शन की वजह से वापस किए जाते हैं। इसलिए जाहिर है कि भविष्य में इसमें कोई और डिफेक्ट आ सकता है।
- रिफर्बिश्ड फोन की वारंटी हमेशा 1 साल से कम की ही होती है जो कि नई फोन की वारंटी से भी कम हैं। किसी भी नए हैंडसेट में दी जाने वाली वारंटी एक से डेढ़ और 2 साल तक की होती है।
- रिफर्बिश्ड फोन लेते समय आप यह नहीं जानते कि इसके अंदर के पार्ट्स कितने सही है और कितने गलत। इसलिए अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।