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Elon Musk का एआई पावर्ड ग्रोपीडिया खत्म कर देगा विकिपीडिया का काम, इन 5 प्वॉइंट्स में समझें टेस्ला प्रमुख के नए प्लेटफॉर्म की खूबियां

Elon Musk: टेस्ला प्रमुख एलन मस्क ने अपना एआई पावर्ड ग्रोपीडिया लाइव कर दिया है। ऐसे में मस्क का नया प्लेटफॉर्म विकिपीडिया का काम अब खत्म कर सकता है। जानें इसकी सारी खूबियां।

Elon Musk
Elon Musk, Photo Credit: Google

Elon Musk: इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क कुछ समय पहले ही लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है। एलन मस्क ने विकिपीडिया का सबसे बड़ा विकल्प ग्रोपीडिया एआई पावर्ड खूबियों के साथ लॉन्च कर दिया है। साथ ही स्पेसएक्स के मालिक ने दावा किया कि ग्रोपीडिया मौजूदा वक्त में काम कर रहा जानकारी देने वाला प्लेटफॉर्म विकिपीडिया से 10 गुना बेहतर है। इतना ही नहीं, मस्क ने बताया है कि ग्रोपीडिया डॉट कॉम पर क्लिक करके कोई भी इसका एक्सेस मुफ्त में हासिल कर सकता है।

Elon Musk ने ग्रोपीडिया लॉन्च करके बढ़ाई विकिपीडिया की चिंता

टेस्ला प्रमुख एलन मस्क ने एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जानते थे, उस पर पोस्ट कर नए प्लेटफॉर्म ग्रोपीडिया की जानकारी साझा की है। ऐसे में क्या अब विकिपीडिया का काम समाप्त हो गया है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए नीचे खबर में 5 खास बिंदुओं पर गौर किया गया है।

मालूम हो कि मस्क ने सितंबर के आखिर में बताया था कि वह विकिपीडिया से बहुत बड़ा और शानदार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ला रहे हैं। साथ ही ब्रह्मांड को समझने के मकसद की दिशा में एक जरूरी कदम बताया था।

एलन मस्क का ग्रोपीडिया प्लेटफॉर्म विकिपीडिया से कितना बेहतर?

‘Free Press Journal’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रोपीडिया प्लेटफॉर्म पर अधिकतर आर्टिकल लिखने और उन्हें बनाए रखने के लिए ग्रोक के एलएलएम यानी लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर पूरी तरह से निर्भर है। ऐसे में इसमें लगभग सारा कंटेंट एआई के पास चला जाता है।

वहीं, विकिपीडिया पर लिखे जाने वाले कंटेंट को कोई भी लिख, एडिट कर सकता है। इसे ओपन डिस्कशन के जरिेए वेरिफाई करने का विकल्प होता है। अगर ग्रोपीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई गलती होती है,तो उसे सीधे तौर पर नहीं ठीक किया जा सकता है। इसके लिए पहले ऑन स्क्रीन फॉर्म में उसके बारे में बताना होगा। मगर विकिपीडिया पर ऐसा नहीं होता है। ग्रोपीडिया का सिस्टम पूरी तरह से ओवरसाइट मैकेनिज्म सेंट्रलाइज्ड है।

इसके अलावा, ग्रोपीडिया प्लेटफॉर्म पर रियल-टाइम फीड मिलते हैं। इसके लिए यह एक्स सहित वास्तविक टाइम पर चल रही खबरों से जानकारी जुटाता है। जबकि विकिपीडिया पर मौजूद कंटेंट को सेकेंडरी सोर्स के भरोसे वेरिफाई करने के लिए निर्भर होना पड़ता है।

वहीं, अगर प्लेटफॉर्म की पारदर्शिता की बात करें, तो जहां विकिपीडिया पर हर बदलाव की जानकारी विस्तार से मिलती है। वहीं, ग्रोपीडिया यूजर्स को किसी भी तरह की ट्रांसपेरेंसी प्रदान नहीं करता है। ऐसे में ग्रोपीडिया पर सिर्फ रिजल्ट्स मिलते हैं, मगर उसके पीछे की चर्चा या कोई कारण नहीं दिया जाता है।

विकिपीडिया के कंटेंट को लेकर अक्सर पक्षपाती होने के आरोप लगते हैं। इसके कंटेंट पर किसी विचारधारा का हावी होना नजर आता है। वहीं, ग्रोपीडिया पर ऐल्गोरिदम की अधिकता की वजह से इसके कंटेंट में कई गलतियां होने की संभावना है। ऐसे में ग्रोपीडिया प्लेटफॉर्म को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

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