Donald Trump: दुनिया में शांति कायम कराने के मिशन पर लगे अमेरिकी राष्ट्रपति का तल्ख रुख सामने आया है। डोनाल्ड ट्रंप ने साफ तौर पर कहा है कि यदि अब गाजा में खून-खराबा हुआ, तो हमास को इसके लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। प्रेसिडेंट ट्रंप ने तल्ख रुख के साथ कहा है कि यदि हमास अपनी आदतों से बाज नहीं आया, तो उन्हें गाजा में घुसकर मारा जाएगा। हम उनका नामों-निशान तक खत्म कर देंगे। मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ही गाजा शांति समझौते पर हस्ताक्षर कराने में अहम भूमिका निभाई है। उनका साफ कहना है कि इजरायल और हमास एक-दूसरे पर हमला बंद करें और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
हमास का नामों-निशान मिटाने की तैयारी में Donald Trump
अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कह दिया है कि वे हमास का नामों-निशान मिटा देंगे। यदि हमास गाजा में शांति को चुनौती देगा, या हमले का दौर जारी रखेगा। तो अमेरिका उन पर सख्ती से कार्रवाई करेगा। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने साफ तौर पर कहा है कि यदि गाजा में खून-खराबा हुआ तो हमास को बख्शा नहीं जाएगा। ट्रंप का कहना है कि गाजा में युद्धविराम समझौता टूटने की स्थिति में वे अंदर घुसकर हमास को खत्म करने का काम करेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि हमास प्रेसिडेंट ट्रंप की धमकी के बाद क्या प्रतिक्रिया देता है।
प्रेसिडेंट ट्रंप के तल्ख रुख से दहला मिडिल ईस्ट
तमाम युद्ध का गवाह बन चुके मिडिल ईस्ट में खलबली मची है। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि मध्य-पूर्व में अब शांति बदहाल होकर रहेगी। इसको लेकर प्रेसिडेंट ट्रंप ने गाजा शांति समझौते पर हस्ताक्षर कराया है। इजरायल और हमास के बीच शांति समझौता पर सहमति बनी है और युद्धविराम का ऐलान हुआ है।
इजरायल ने अमेरिकी शर्तों के मुताबिक युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर कर हमास से शांति की उम्मीद रखी है। इजरायल और हमास के साथ मिडिल ईस्ट के अन्य देशों में भी अंदरखाने प्रेसिडेंट ट्रंप की टिप्पणी चर्चाओं में है। अंदरखाने मची खलबली का कारण डोनाल्ड ट्रंप की तल्खी और शांति समझौते पर उनका फोकस है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इजरायल और हमास के साथ मिडिल ईस्ट के तमाम अन्य संगठन या देश कैसे इस नए बदलाव को लेते हैं।