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संयोग या प्रयोग? हिंदु-मुस्लिम पर PAK आर्मी चीफ की टिप्पणी के बाद पहलगाम में कत्लेआम, मजहबी कनेक्शन को लेकर उठे गंभीर सवाल

Pahalgam Terror Attack संयोग है या प्रयोग? ये सवाल पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर के उस टिप्पणी को लेकर उठ रहे हैं जिसमें उन्होंने हिंदू-मुस्लिम को लेकर बड़ी बात कह दी थी। असीम मुनीर के टिप्पणी के 6वें दिन आतंकियों ने पहलगाम टेरर अटैक को अंजाम दिया है जिसके कारण कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

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Pahalgam Terror Attack
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Pahalgam Terror Attack: दिमाग के घोड़े दौड़ाएंगे, तो बीते कल हुई घटना से ठीक पहले पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर एक बयान याद आएगा। इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए Asim Munir ने 16 अप्रैल के दिन कश्मीर को पाकिस्तान की गर्दन का नस बता दिया था। मतलब साफ था कि मामला गंभीर है लेकिन सभी को ये सामान्य लगा था। हालांकि, पाकिस्तानी आर्मी चीफ के बयान देने के 6वें दिन ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला होना कई सवालों को जन्म देता है। क्या पहलगाम टेरर अटैक संयोग है या प्रयोग? Pahalgam Terror Attack के लिए पटकथा क्या पहले लिखि जा चुकी थी? इसमें मजहबी कनेक्शन का मामला क्या है? ये तमाम ऐसे सवाल हैं जो पहलगाम टेरर अटैक के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं। तो आइए हम इन्हीं सवालों का जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करते हैं।

हिंदु-मुस्लिम पर PAK आर्मी चीफ की टिप्पणी के बाद पहलगाम में कत्लेआम

थोड़ा फ्लैशबैक में जाएंगे तो अखबारों की कटिंग या सोशल मीडिया पर वो तमाम हेडलाइन मिल जाएंगी, जो पाकिस्तानी आर्मी चीफ के बयान से जुड़ी थीं। असीम मुनीर ने 16 अप्रैल को कहा था कि “हमारे आजादी के वक्त पाकिस्तान का निर्माण यह मानकर किया था कि हम हिंदुओं से हर तरह से अलग हैं। हमारी परंपराएं, धर्म, रीति-रिवाज और सोच सब कुछ उनसे अलग है। उन्होंने भारत-पाकिस्तान विभाजन को सही ठहराया और कहा कि वह कश्मीरी भाइयों और बहनों को अकेले नहीं रहने देंगे।” Asim Munir के इस बयान के ठीक 6वें दिन पहलगाम में कत्लेआम हुआ है। Pahalgam Terror Attack और असीम मुनीर की टिप्पणी को इसलिए भी जोड़ा जा रहा है, क्योंकि इसमें मजहबी कनेक्शन के तार नजर आ रहे हैं। पूछा जा रहा है कि क्या असीम मुनीर का बयान महज एक संयोग था या प्रयोग की दिशा में दिया संकेत था।

Pahalgam Terror Attack के बाद मजहबी कनेक्शन को लेकर उठे गंभीर सवाल!

ऐसे तमाम रिपोर्ट्स या वीडियो आपको सोशल मीडिया पर देखने व पढ़ने को मिल जाएंगे, जिसमें पर्यटकों की हत्या नाम पूछकर करने की बात सामने आ रही है। तरह-तरह के दावे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या जिस तरह से पाकिस्तानी आर्मी चीफ ने हिंदू-मुस्लिम और कश्मीर के संदर्भ में बयान दिया था, वो महज एक संयोग भर था? इसके अलावा Pahalgam Terror Attack ने उन सवालों को भी जन्म दे दिया है जो हिंदुओं की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं। फिहाल जांच एजेंसिया और सेना लगातार स्थिति की निगरानी कर रही है, ताकि पहलगाम टेरर अटैक के दहशत को खत्म कर शांति व्यवस्था कायम की जा सके।

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