Pakistan News: ग्लोबल स्तर पर पाकिस्तान की फिर किरकिरी हुई है। इसके पीछे की वजह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ की एक रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट में पाकिस्तान के भीतर चहुंओर भ्रष्ट्राचार फैलने का दावा किया गया है। भ्रष्ट्राचार की आंच से पीएम शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर तक नहीं बच सके और बात हुक्मरानों के दफ्तर तक पहुंच गई।
आलम ये है कि शासन, राजनीति और अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन चुकी करप्शन आम लोगों का जीवन बदहाल कर रही है। मुल्क में जहां एक ओर आवाम भूखी-नंगी हालात में दो वक्त की रोटी का इंतजाम नहीं कर पा रही है। वहां हुक्मरानों की मौज है। आईएमएफ की रिपोर्ट में भ्रष्ट्राचार को पाकिस्तानी शासन, राजनीति और अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनते हुए दर्शाया गया है जिसको पढ़कर हैरानी होगी।
पीएम शहबाज से लेकर मुनीर तक पहुंची भ्रष्ट्राचार की आंच!
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान में अंदरखाने पनप रहे भ्रष्ट्राचार को सार्वजनिक किया गया है। रिपोर्ट की मानें तो करप्शन अब पाकिस्तान के शासन, राजनीति और अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन चुका है। आलम ये है कि इसका दायरा बढ़ते हुए पीएम शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख आसिम मुनीर के दफ्तर तक पहुंच गया है। तमाम पाकिस्तानी हुक्मरान और जिम्मेदार आला अफसर सरकारी पैसों का बंदरबाट कर आम लोगों का जीवन बदहाल कर रहे हैं।
इससे ईमानदारी की प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है। इससे इतर सत्ता में प्रभाव रखने वाले कुछ चुनिंदा लोग देश के बड़े आर्थिक फैसलों और संसाधनों पर कब्जा जमाकर बैठे हैं। ये दर्शाता है कि पाकिस्तानी सत्ता और प्रभावशाली शख्सियतें किस कदर तक भ्रष्ट्राचार रूपी कीचड़ के दलदल में पांव जमा चुकी हैं। जहां पहले ही न्याय व्यवस्था कमजोर है, वहां आम आवाम के लिए बढ़ता भ्रष्ट्राचार मुल्क की बर्बादी की कहानी बयां कर रहा है।
भूखी-नंगी आवाम के बीच गुलछर्रा उड़ा रहे हुक्मरान!
एक ऐसा मुल्क जहां की बहुसंख्यक आबादी गरीबी रेखा के नीचे जिंदगी काट रही है। वहां हुक्मरानों का गुलछर्रा उड़ाना करारा तमाचा के समान है। पाकिस्तान में भूखी-नंगी आवाम अपने दो वक्त की रोटी के इंतजाम के लिए जद्दोजहद कर रही है। ऐसी स्थिति में आईएमएफ की रिपोर्ट अंदरखाने पनप रहा भ्रष्ट्राचार मुल्क की दीन-हीन दशा को दर्शाता है। भ्रष्ट्राचार का पांव पसारना ही मुल्क की आर्थिक स्थिति खराब होने का कारण है।
हालांकि, 186 पन्नों की आईएमएफ की रिपोर्ट पढ़ कहीं से ये नहीं लगता कि हुक्मरानों को आवाम की चिंता है। जहां जनता त्रस्त है, वहां हुक्मरान मस्त हैं। जनता दो वक्त की रोटी की जुगत में लगी है और पाकिस्तानी हुक्मरान अपनी झोली भरने और मुल्क को कंगाल करने में जुट गए हैं। आईएमएफ की इस रिपोर्ट ने दुनिया भर के लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए पाकिस्तान में फैल चुके भ्रष्ट्राचार से परिचित कराया है।
