Shehbaz Sharif: पाकिस्तान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पड़ोसी मुल्क की हालत आसमान से गिरे, खजूर में अटके सी हो गई है। एक ओर जहां तालिबान पाकिस्तान को धूल चटा रहा है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के फितर फिलिस्तीनी समर्थक भी पीएम शहबाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।
इसी बीच खबर आई है कि पाकिस्तानी सेना ने लाहौर में फिलिस्तीनी समर्थकों के उपर गोलीबारी कर दी है। इस गोलीबारी की चपेट में आने से सैकड़ों लोगों की मौत होने की खबर है। कथित रूप से लाहौर नरसंहार अब दुनिया भर में पाकिस्तान की थू-थू का कारण बन रहा है। बीच मझधार में फंसे पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के समक्ष चुनौतियां बढ़ती नजर आ रही हैं।
फिलिस्तीनी समर्थकों पर गोलीबारी को लेकर दुनिया भर में पाकिस्तान की थू-थू
एक खबर तेजी से दुनिया भर में फैल रही है। अंग्रेजी खबरों से जुड़े प्लेटफॉर्म न्यूज एक्स की खबरों के मुताबिक लाहौर में पाकिस्तानी सेना ने गोलीबारी की है। लाहौर की सड़कों पर फिलिस्तीनी समर्थन में नारेबाजी कर रहे तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान से जुड़े कट्टरपंथियों पर सेना ने फायरिंग की है।
दावों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना की इस गोलीबारी की चपेट में आने से सैकड़ों टीएलपी कार्यकर्ताओं की मौत हुई है। कथित रूप से सुर्खियों में छाए इस लाहौर नरसंहार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की थू-थू कराई है। पीएम शहबाज शरीफ की मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं और उनके इजिप्ट दौरे के बीच पाकिस्तान में मची उथल-पुथल नए सिरे से चर्चा का विषय है।
तालिबानियों के समक्ष घुटने टेकने लगे पीएम Shehbaz Sharif
अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर हुए संघर्ष के बाद पड़ोसी मुल्क डर से थर-थर कांप रहा है। आलम ये है कि पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ तालिबानियों के समक्ष घुटने टेकते नजर आ रहे हैं। पीएम शहबाज ने युद्धविराम को लेकर लगभग सरेंडर करते हुए कहा है कि “स्थायी संघर्ष विराम की गेंद अब तालिबान के हाथों में है।
पीएम शहबाज शरीफ ने ये भी कहा है कि यदि अफगानिस्तान पाकिस्तान की शर्तों पर अमल करने के लिए तैयार है, तो उन्हें युद्धविराम से कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि, अफगानिस्तान पहले ही साफ कर चुका है कि उन्हें किसी भी तरह की शर्त के समक्ष नहीं झउकना है और वे अपने कायदों पर आगे बढ़ेंगे। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तान चुनौतियां का सामना कैसे करता है।