POK Protest: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मुनीर एंड कंपनी और पीएम शहबाज शरीफ के खिलाफ आवाज मुखर हो गई है। पीओके में जेन ज़ी आंदोलन रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। ये आंदोलन नेपाल की याद दिला रहा है कि कैसे जेन ज़ी प्रोटेस्ट के कारण मुल्क में रजनीतिक अस्थिरता पैदा हुई थी।
उसी तर्ज पर अब छात्र पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर में प्रदर्शन करते हुए शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर को निशाने पर ले रहे हैं। ये ऐसा घटनाक्रम है जिसने पाकिस्तानी हुकूमत की नींद उड़ा दी है। मुनीर एंड कंपनी भी शॉक हो गई है और पाकिस्तान को नेपाल की राह पर बढ़ता देख माथा पीट रही है।
पाकिस्तानी हुकूमत के लिए गले की फांस बना POK Protest
जिस पाकिस्तान का इतिहास अपनी आवाम पर दमनकारी नीति अपनाने का रहा हो, वहां सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज हुकूमत के लिए गले की फांस के समान है। ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के आधिपत्य वाले कश्मीर में हो रहा है। पीओके में हजारों की संख्या में छात्र फीस बढ़ोत्तरी व अन्य मुद्दों को लेकर सड़कों पर हैं। इसे ‘जेन ज़ी प्रोटेस्ट’ नाम दिया जा रहा है जो पाकिस्तानी हुकूमत की गद्दी झकझोरने के लिए काफी है।
शैक्षिक सुधारों को लेकर पीओके में हो रहा ये प्रदर्शन पीएम शहबाज शरीफ के साथ मुनीर एंड कंपनी की नींद उड़ाने वाला है। पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में छात्रों द्वारा पीएम शहबाज शरीफ और सेना के खिलाफ उठाई जाने वाली आवाज ये संकेत है कि पीओके की जनता दमनकारी नीतियों के आगे घुटने नहीं टेकेगी।
नेपाल बनने की राह पर आगे बढ़ रहा पाकिस्तान!
पड़ोसी मुल्क अब धीरे-धीरे नेपाल बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है। पाकिस्तानी आवाम का असंतोष, मुल्क के भीतर से सत्ता के खिलाफ उठ रही आवाज और सेना का विरोध दर्शाता है कि लोग अब दमनकारी नीतियों से उब चुके हैं। ऐसा ही आक्रोश पूर्व में बांग्लादेश, श्रीलंका और नेपाल में देखने को मिल चुका है।
कुछ ही माह पूर्व नेपाल में आक्रोशित युवाओं ने प्रदर्शन कर सत्ता की गद्दी झकझोर दी थी। उसी राह पर पाकिस्तान भी आगे बढ़ रहा है और युवा यानी जेन ज़ी पीढ़ी हुकूमत के खिलाफ हुंकार भर रही है। यही वजह है कि पाकिस्तान के नेपाल बनने की चर्चा जोरों पर है और पीओके प्रोटेस्ट सुर्खियं का केन्द्र बना है।
