न्यूयॉर्क मे 16 साल पहले एक ऐसा रेप का कथित मामला आया था जिसमें दोषी को 16 साल से अधिक वर्ष की जेल की सजा सुनाई गई थी। परंतु अब सजा का यह समय बीत जाने के बाद आज इस मामले की अंतिम सुनवाई की गई है। आखिरकार इस मामले में न्यूयॉर्क स्टेट सुप्रीम कोर्ट ने अपना आखिरी फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले में शख्स को बरी कर दिया गया है जिसके ऊपर ऐलिस सेबोल्ड के रेप का आरोप सिद्ध हुआ था। दरअसल एक लंबी-जांच पड़ताल के बाद यह मामला इस नतीजे पर पहुंचा है कि यह केस पूरी तरह से बेबुनियादी और झूठा था।
दरअसल जिस महिला ने एंथनी ब्रॉटवॉटर नामक शख्स पर रेप का आरोप लगाया था। वह झूठ बोल रही थी और सिर्फ यही नहीं महिला ने शख्स को फसाने के लिए उस पर रेप का झूठा इल्जाम लगाकर झूठा केस भी दर्ज कराया था। इस पूरी घटना को लेकर ऐलिस सेबोल्ड ने एक किताब भी लिखी गई है जोकि बेस्टसेलर भी रही है और जब से यह मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में आया है। इस किताब ने और भी शोहरत बटोर ली है।
16 साल बाद एंथनी ब्रॉटवॉटर को मिला इंसाफ
इन सब में सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर 16 साल बाद ही सही पर एंथनी ब्रॉटवॉटर इंसाफ मिल गया है। हालांकि उन्होंने कई बार शब्दों में जाहिर किया था कि उन्होंने ‘द लवली बोन्सट’ की लेखिका एलिस सेबोल्ड का बलात्कार नहीं किया है। उन्होंने अपनी किताब में उन पर झूठे आरोप लगाए हैं, परंतु उनकी बातों को झूठा ठहराते हुए अदालत ने उन्हें 16 साल की सजा सुना दी। ऐलिस सेबोल्ड को जब अपनी रिहाई के बारे में पता लगा तो वह फूट-फूट कर रोने लगे उन्होंने सीएनएन न्यूज को बताया कि “जब जिला अटॉर्नी ने मुझसे बात की तो उनके शब्द इतने गहरे थे कि मुझे झकझोर गए।”