नवरात्रि के सप्तमी को होती है मां कालरात्रि की आराधना

देवी मां का ये रौद्र रूप माना जाता है

मां कालरात्रि असुरों का वद करती थी

मां के इस रूप का सवारी गधा है

मां कालरात्रि ने मधु कैटभ जैसे दानवों का वद किया था

मां की चार भुजाएं होती हैं

मां सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं