कोरोना वायरस की शुरुआत दिसंबर 2019 को चीन के वुहान से  हुई थी

कोरोनावायरस नाम कैसे पड़ा?

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के मुताबिक, कोरोनावायरस वायरसों का एक समूह है। इनके संक्रमण से फ्लू जैसा लक्षण देखने को मिलता है। जैसे नाक का बहना, खांसी, गले में दर्द और बुखार। संक्रमण में स्थिति और खराब हो सकती है और संक्रमित व्यक्ति न्यूमोनिया जैसी स्थिति में भी पहुंच सकता है। कोरोनावायरस का नाम 'कोरोना' से लिया गया है। कोरोना का लैटिन में मतलब क्राउन या ताज होता है। कोरोनावायरस की सतह पर कांटे जैसी आकृति होती है जो देखने में ताज जैसी लगती है। इसी वजह से इसे कोरोना नाम दिया गया।

WHO ने 11 मार्च 2020 को कोरोना वायरस को वैश्विक महामारी घोषित की थी।

कोरोना वायरस मनुष्य के शरीर के फेफड़ा अंग को प्रभावित करता है

भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला केरल में दर्ज किया गया था

दुनिया का सबसे पहला मास्क मुक्त करने वाला देश इजरायल था

कोरोना वायरस से भारत में पहली मौत कर्नाटक में हुई थी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू 22 मार्च 2020 को लगाई थी

भारत में पहला लॉकडाउन 25 मार्च से 14 अप्रैल 2020 को 21 दिन के लिए हुआ था

भारत में कोरोना को महामारी घोषित करने वाला पहला राज्य हरियाणा था

(कोवै‍क्‍सीन) भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा  (आईसीएमआर) के  सहयोग से नेशनल इंस्‍टीट्यूट वायरोलॉजी के सहयोग से विकसित एवं निर्मित किया गया।

को-विशिल्ड का निर्माण ऑक्सफोर्ड एस्ट्रोजेनिका सिरम इंस्टीट्यूट में हुआ था

भारत में कोविड-19 टिकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी 2021 को हुई थी

वंदे भारत मिशन कोरोना काल के दौरान विदेश में फंसे 14800 भारतीय नागरिकों को घर लाने के लिए यह अभियान चलाया गया था।