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प्रीकोशियस प्यूबर्टी, जिसे असामयिक प्यूबर्टी के नाम से भी जाना जाता हैं। यह स्थित काफी कम देखने को मिलती है लेकिन इस स्थिति में बच्चे का शरीर समय से पहले ही विकसित होने लगता है।
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इस स्थिति में बच्चा छोटी उम्र में ही पुबर्टी, पीरियड्स जैसी चीजों को अनुभव करने लगता है जो उन्हें 17-18 की उम्र में होना चाहिए।
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अगर हम लड़कियों की बात करें तो 8-10 की उम्र में उनकी बॉडी में बदलाव होने शुरू हो जाते हैं। यदि आपकी बेटी या बहन की बॉडी में बदलाव 8 उम्र से पहले ही आने लगे तो वो प्रीकोशियस प्यूबर्टी की शिकार हो सकती हैं।
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प्रीकोशियस प्यूबर्टी के 3 कॉमन लक्षण पाए जाते हैं। ब्रैस्ट बढ़ना, आर्म्स में बाल आना और सबसे मुख्य लक्षण समय से पहले पीरियड्स शुरू हो जाना।
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और अगर लड़कों की बात करें, तो इनके मुख्य लक्षण अंडर आर्म्स और प्यूबिक एरिया में बाल आना और टेस्टिस का समय से पहले बढ़ना।
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लड़कों के मुताबिक लड़कियों में प्रीकोशियस प्यूबर्टी ज्यादा पाई जाती है और इसके कई दुष्प्रभाव भी होते हैं जैसे पीरियड्स के लिए मेंटली त्यार न होने के कारण सदमा, हाइट का रुकना।
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प्रीकोशियस प्यूबर्टी किसी गंभीर कारण के वजह से नहीं बल्कि बच्चे के हार्मोन्स के स्विच जल्दी ऑन होने से होता है। इसके कारण ब्रैस्ट डेवलपमेंट के बाद करोड़ दो ढ़ाई साल में पीरियड्स भी शुरू हो जाते है।