Economic Survey 2025: वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने लोकसभा में आज Economic Survey 2025 रिपोर्ट पेश किया, जिसमे उन्होंने कई सेक्टरों पर विशेष जोर दिया।, वहीं जीडीपी ग्रोथ को लेकर भी वित्त मंत्री ने आगामी जानकारी दी है। रिपोर्ट यह साफ दर्शाता है कि देश की आर्थिक बुनियाद मजबूत बनी हुई है, जो स्थिर बाहरी खाते, राजकोषीय समेकन और निजी खपत द्वारा समर्थित है। चलिए आपको बताते है कि इकोनॉमिक सर्वे के प्रमुख बातें।
MSME को लेकर केंद्र सरकार की विशेष योजना
Economic Survey 2025 के अनुसार केंद्र सरकार अनुसंधान और विकास (R&D), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और पूंजीगत वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करके दीर्घकालिक औद्योगिक विकास को मजबूत करने की योजना बना रही है। इन उपायों का उद्देश्य उत्पादकता, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने पर जोर दे रही है।
Economic Survey 2025 में क्या है जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
वित्त मंत्री ने इकोनॉमिक सर्वे जीडीपी ग्रोथ को लेकर अहम जानकारी दी है। इकोनॉमिक सर्वे के अनुसार भारत की जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2026 में 6.3 और 6.8 प्रतिशत के बीच होगी। साथ ही मजबूत मजबूत बाहरी खाते, कैलिब्रेटेड राजकोषीय समेकन और स्थिर निजी खपत के साथ घरेलू अर्थव्यवस्था की बुनियादी बातें मजबूत बनी हुई हैं।
सभी सेक्टर कर रहे है बेहतरीन प्रदर्शन
इकोनॉमिक सर्वे 2025 के अनुसार सभी सेक्टर काफी बढ़िया प्रदर्शन कर रहे है। Economic Survey 2025 में कहा गया है कि त्रैमासिक डी-सीज़नलाइज़्ड राष्ट्रीय आय डेटा के रुझान विश्लेषण से पता चलता है कि सभी क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। कृषि क्षेत्र मजबूत बना हुआ है और लगातार प्रवृत्ति स्तरों से ऊपर चल रहा है। हाल के वर्षों में विकास की मजबूत दर ने सेवा क्षेत्र को उसके रुझान स्तर के करीब ला दिया है। वहीं अब कल यानि 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में बजट पेश किया जाएगा।