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India GDP Growth: तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत! 2025-26 में सकारात्मक जीडीपी ग्रोथ का FICCI ने लगाया अनुमान; पढ़े रिपोर्ट

India GDP Growth: भारत की लगातार जीडीपी ग्रोथ में मिल रहे सकारात्मक संकेत से भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए अग्रसर है।

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India GDP Growth
फाइल फोटो प्रतीकात्मक

India GDP Growth: भारत की GDP ग्रोथ 2025-26 के लिए बेहद सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत कर रही है। भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (FICCI) का मानना है कि सरकार का बुनियादी ढांचे पर निरंतर ध्यान और बढ़ता उपभोक्ता खर्च, वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देगा। FICCI की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि सरकार का पूंजीगत व्यय भारत की India GDP Growth के लिए एक मुख्य आधार बना रहेगा। सड़क, आवास, लॉजिस्टिक्स और रेलवे जैसे बुनियादी ढांचे और संबंधित क्षेत्रों में निवेश से देश की आर्थिक गति को बनाए रखने में मदद मिलेगी। इन निवेशों से न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि उद्योगों और सहायक क्षेत्रों को भी नई ऊर्जा मिलेगी।

India GDP Growth में ग्रामीण भारत निभाएगा अहम भूमिका

FICCI की रिपोर्ट के अनुसार, India GDP Growth में उपभोक्ता खर्च एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि उत्पादन में सुधार और खाद्य मुद्रास्फीति में कमी से ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ेगा। लंबे समय से खाद्य मुद्रास्फीति के दबाव से जूझ रहे घरों को राहत मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीतियों में नरमी, जैसे ब्याज दरों में कटौती, उपभोक्ता खर्च को और अधिक प्रोत्साहित कर सकती है।

वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और भारत की GDP ग्रोथ के लिए अवसर

FICCI की रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में हो रहे बदलाव से भारत को बड़ा लाभ हो सकता है। चीन पर निर्भरता कम होने और वैश्विक कंपनियों द्वारा आपूर्ति श्रृंखला का पुनर्गठन India GDP Growth ग्रोथ के लिए सकारात्मक संकेत हैं। साथ ही, वैश्विक तेल की कीमतों में गिरावट से भी भारत को फायदा मिलने की संभावना है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिका और चीन के बीच संभावित व्यापार संघर्ष, और नई अमेरिकी सरकार की नीतियों से जुड़ी चुनौतियां, अल्पकालिक जोखिम पैदा कर सकती हैं। हालांकि, इन जोखिमों को रणनीतिक नीतियों और लक्षित उपायों से प्रबंधित किया जा सकता है।

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