Retail Inflation: महंगाई के मामले में भारत को एक बड़ी खुशखबरी मिली है। दरअसल खुदरा महंगाई दर पिछले 6 सालों के निचले स्तर पर पहुंच चुका है, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। बता दें कि महंगाई दर अप्रैल के महीने में 3.16 प्रतिशत तक पहुंच चुका है, जो मार्च में 3.34 प्रतिशत था। माना जा रहा है कि इससे दाल, सब्जी समेत कई चीजों के दामों में गिरावट दर्ज की गई है, जो एक अच्छी खबर है। दुनिया के कई देशों में लगातार महंगाई दर आसमान छू रहा है, लेकिन भारत में अभी स्थिति काफी अच्छी नजर आ रही है।
अप्रैल के लिए Retail Inflation में आई 3.16 प्रतिशत की गिरावट
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि अप्रैल में भारत में खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में 3.34 प्रतिशत से घटकर 3.16 प्रतिशत हो गई। प्रभावी रूप से, हेडलाइन मुद्रास्फीति मार्च 2025 की तुलना में अप्रैल 2025 में 18 आधार अंकों की गिरावट आई है। भारत सरकार द्वारा दी जानकारी के अनुसार यह जुलाई 2019 के बाद से सबसे कम साल-दर-साल मुद्रास्फीति है, जो अपने आप में ऐतिहासिक है। हालांकि आरबीआई ने Retail Inflation इस आकंडे़ के आसपास ही रहने की उम्मीद जताई थी।
इन खाने-पीने की चीजों के दामों में आई गिरावट
जानकारी के मुताबिक Retail Inflation में आई गिरावट के कारण कई चीजों के दामों में कमी देखी गई है। अप्रैल, 2025 के महीने के दौरान मुख्य मुद्रास्फीति और खाद्य मुद्रास्फीति में उल्लेखनीय गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, दालों और उत्पादों, फलों, मांस और मछली, व्यक्तिगत देखभाल और प्रभावों और अनाज और उत्पादों में मुद्रास्फीति में गिरावट के कारण है। भारतीय रिजर्व बैंक के 6 प्रतिशत ऊपरी सहनशीलता स्तर को पार किया था।
तब से, यह 2-6 प्रतिशत की सीमा में है, जिसे आरबीआई प्रबंधनीय मानता है। आपको जानकारी हैरानी होगी कि मुद्रास्फीति कई देशों के लिए चिंता का विषय रही है, जिसमें उन्नत अर्थव्यवस्थाएं भी शामिल हैं, लेकिन भारत ने अपनी मुद्रास्फीति के प्रक्षेपवक्र को काफी हद तक अच्छी तरह से चलाने में कामयाबी हासिल की है।