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Vande Bharat Sleeper Train: अद्भुत! स्पीड के हिसाब से ट्रेन में बदलेगी लाइटिंग, रफ्तार के साथ मिलेगा होटल जैसा आराम; रूट जान आ जाएगा मजा

Vande Bharat Sleeper Train: देश की सबसे चर्चित और सेमी हाई स्पीड ट्रेन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। इसका जल्द संचालन हो सकता है।

Vande Bharat Sleeper Train
फाइल फोटो प्रतीकात्मक

Vande Bharat Sleeper Train: देश की सबसे चर्चित और सेमी हाई स्पीड ट्रेन को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। दरअसल वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का संचालन जल्द शुरू हो सकता है। इसका ट्रायल भी पूरा कर लिया गया है। वहीं माना जा रहा है कि इस साल के आखिरी में या 2026 की शुरूआत में देश की पहले स्लीपर सेमी हाई स्पीड ट्रेन पटरियों पर दौड़ सकती है। जिसकी अधिकतम स्पीड 180 प्रतिघंटे की होगी। बता दें कि अभी ट्रेनों की अधिकतम स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटे है और कुछ रूटों पर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा है। अगर इस ट्रेन के खासियत की बात करें तो इससे सबसे आधुनिक बनाया गया है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी अहम जानकारी।

स्पीड के हिसाब से Vande Bharat Sleeper Train में बदलेगी लाइटिंग

वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को लेकर रेल प्रेमियों के बीच क्रेज बढ़ता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस ट्रेन में स्पीड के हिसाब से लाइटिंग को लगाया गया है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। जब ट्रेन की कारण से इमरजेंसी ब्रेक लगाएगी तो कोच की लाइट बहुत हल्का यानि वॉर्म टोन में बदल जाएगी। तेज रफ्तार में कोच की लाइट कुल टोन में बदल जाएगी।

जानकारी के मुताबिक यह तकनीक या सुविधा यूरोप की कम्फर्ट ट्रेन में मिलता है, लेकिन पहली बार ऐसा होगा भारत में भी इस फीचर का लाभ मिल सकेगा। वहीं इसे लेकर अभी तक रेलवे की तरफ से अधिकारिक जानकारी तो नहीं दी गई है। उसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा। क्योंकि इस सुविधा का पता ट्रेन के अंदर ही पता चल सकेगा।

तेज रफ्तार के साथ मिलेगी होटल जैसी सुविधा

अगर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की स्पीड की बात करें तो यह ट्रेन अधिकतम 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफतार से दौड़ सकती है। यानि दिल्ली से पटना की दूरी मात्र 6 घंटे में पूरी हो सकेगी। जिसमे अभी 11 से 12 घंटे की समय लगता है। इसके अलावा सुविधाओं की बात करें तो इस ट्रेन में होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। सीट को एयरक्राफ्ट कैबिन की तरह बनाई गई हैं ताकि रात-में चढ़ते उतरते चोट न लगे।

इस ट्रेन में कोच-इंसुलेशन और बोगी-डिज़ाइन ऐसा है कि रात में बर्थ पर लेटे यात्री ”70–75 dB से नीचे की नॉइज़ लेवल” महसूस करेंगे। दुर्घटना रोकने वाला सिस्टम यानि कवच को ट्रेन में लगाया जाएगा। ट्रेन पूरी तरह वातानुकूलित होगी, और रात्री-यात्रा के लिए स्लीपर बर्थ, विस्तारित बर्थ, आरामदायक बनावट सहित आधुनिक सुविधाएँ दी मिलेगी।

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