Anurag Dhanda: गुजरात से हरियाणा तक एक विरोधी सुर तेजी से गूंज रहा है जो जिम्मेदारों को कटघरे में खड़ा कर सवाल दागते नजर आता है। यहां बात आप नेता अनुराग ढ़ांडा के संदर्भ में हो रही हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और वरिष्ठ नेता ढ़ांडा लगातार जनहित से जुड़े मुद्दों को धार देते नजर आते हैं। बात चाहें महिलाओं के हक की हो, या मामला छात्रों, किसानों या बुजुर्गों के हित से जुड़ा हो। आप नेता सदैव मुखरता के साथ अपने हिस्से का पक्ष रखते हुए जिम्मेदारों के समक्ष सवाल उठाते नजर आते हैं। यही वजह है कि गुजरात से हरियाणा, गोवा, दिल्ली तक उनके नाम की चर्चा खूब होती है।
गुजरात से हरियाणा तक जनहित से जुड़ो मुद्दा उठा रहे Anurag Dhanda!
आप नेता अनुराग ढ़ांडा मुखरता के साथ गुजरात से हरियाणा तक जनहित से जुड़े मुद्दे उठाते रहे हैं। बात चाहें गुजरात में किसानों के हित की हो, या हरियाणा के महिलाओं के हित की। आप नेता को सदैव फ्रंटफुट से मोर्चा संभालते देखा जाता है। अनुराग ढ़ांडा ने हाल ही में गुजरात में किसानों के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर दर्ज हुई प्राथमिकी वापस लेने की लड़ाई लड़ी थी। इससे इतर उन्होंने गुजरात में आदिवासी हितों के लिए संरक्षित फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाते भी जिम्मेदारों से गंभीर सवाल पूछे थे। हरियाणा में भी अनुराग ढ़ांडा किसानों को बाढ़ का मुआवजा देने की वकालत हुए सरकार के समक्ष अपनी मांग रख चुके हैं। यही वजह है कि उन्हें जनहित से जुड़ा मुद्दा उठाने वाला नेता माना जाता है।
महिलाओं, छात्रों के हितों की बात कर जिम्मेदारों से दाग चुके हैं सवाल
हरियाणा में लाडो लक्ष्मी योजना में हेर-फेर का आरोप लगाते हुए अनुराग ढ़ांडा ने 1 करोड़ 35 लाख महिलाओं को योजना का लाभ दिलाने की मांग की थी। उन्होंने बाढ़ से प्रभावित हुए किसानों को मुआवजा दिलाने की लड़ाई भी लड़ी और सैनी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। इससे इतर छात्रों को नौकरी देने का जिक्र करते हुए अनुराग ढ़ांडा ने हरियाणा सरकार से पंजाब सरकार का मॉडल फॉलो करने की बात दोहराई थी। इससे इतर भी अन्य कई मौकों पर आप नेता जरूरतमंदों की आवाज को बुलंद करते हुए जिम्मेदारों तक उनके हक की बात पहुंचाते रहे हैं।






