India US Trade Deal: विचारों की भिन्नता, तमाम मतभेद और जारी कई कसायबाजियों के बीच अंतत: पीएम मोदी और जेडी वेंस की मुलाकात हो गई। बीते कल राजधानी दिल्ली में भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी उपराष्ट्रपति के बीच हुई मुलाकात के मायने को डिकोड किया जा रहा है। इसे इंडिया यूएस ट्रेड डील से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि इंडिया और US व्यापार समझौते को लेकर आशावादी है। यही वजह है कि PM Modi और JD Vance की मुलाकात अब सुर्खियों का विषय बन रही है। सवाल है कि क्या India US Trade Deal को लेकर छिड़ी चर्चा के बीच दो राष्ट्रों के शीर्ष नेताओं की मुलाकात व्यापार समझौते को पटरी पर ला सकता है? इसी सवाल के इर्द-गिर्द चर्चा करते हुए हम जवाब ढूंढ़ने की कोशिश करेंगे।
India US Trade Deal क्या PM Modi और JD Vance की मुलाकात के बाद पटरी पर लौटेगा समझौता?
ये बड़ा सवाल है और इसका पुख्ता जवाब फिलहाल भविष्य के गर्भ में है। हां, एक बात जरूर कही जा सकती है कि अमेरिका और भारत, दोनों देश व्यापार समझौते को लेकर आशावादी हैं। मतलब स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच व्यापार को गति दी जाए। यही वजह है कि नई दिल्ली में पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति JD Vance के बीच हुई मुलाकात पर सबकी नजरे थीं। दोनों नेताओं ने इंडिया यूएस ट्रेड डील को लेकर जारी चर्चा के बीच संयुक्त रूप से बीते कल दोनों पक्षों के बीच व्यापार वार्ता में हुई महत्वपूर्ण प्रगति की सराहना भी की।
दोनों देश ऊर्जा, रक्षा और सामरिक प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासों पर ध्यान देंगे। इसके साथ ही व्यापार समझौता को भी गति दी जा सकती है। यही वजह है कि India US Trade Deal को उम्मीद की लौ के रूप में देखा जा रहा है और दोनों देशों के संबंध पटरी पर लौटने के आसार हैं। ज्ञात हो कि इससे पूर्व भारत पर 2 अप्रैल को 26 पारस्परिक टैरिफ लगाया गया था। इसके बाद 9 अप्रैल को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे 90 दिनों के लिए निलंबित कर दिया, जिसे बाद 10 फीसदी बेसलाइन टैरिफ रह गया है। यही वजह है कि PM Modi और JD Vance के बीच हुई मुलाकात को उम्मीद की लौ के रूप में देखा जा रहा है।
ट्रेड वॉर के बीच दो शीर्ष नेताओं की बैठक ने बटोरी सुर्खियां

अंतर्राष्ट्रीय मामलों में दिचस्पी रखने वाले लोग बखूबी समझते हैं कि फिहाल दुनिया की स्थिति क्या है। कैसे डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति ने ट्रेड वॉर को जन्म दे दिया है। दुनिया के तमाम देश गोलबंदी कर अमेरिका को घेरने की जुगत में लगे हैं। ऐसे में इस विषम परिस्थिति में पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की मुलाकात कई संभावनाओं को जन्म देती है। कयासबाजी है कि ये मुलाकात India US Trade Deal के लिए नई रंग ला सकती है जो भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।