Nitish Kumar: बिहार में अब इंतजार है सही मौके का जब चुनाव की घोषणा होगी। राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अभी से चुनावी राग अलापते हुए मिशन 2025 के लिए जुटे हैं। JDU आश्वस्त है कि विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। पर क्या ये इतना आसान होगा? क्या BJP, फिर अपने सहयोगी दल जेडीयू (नीतीश कुमार) को बड़े भाई की भूमिका में स्वीकार करेगी? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब अभी टटोले जा रहे हैं। इसी कयासबाजी के बीच बिहार में आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammed Khan) की एंट्री हो गई है जो राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की जगह लेंगे। सवाल ये भी है कि केरल में मुख्यमंत्री पिनरई विजयन (Pinarayi Vijayan) के साथ जुबानी जंग को लेकर विवादों में रहने वाले आरिफ मोहम्मद खान, क्या नीतीश कुमार के लिए चिंता का विषय बनेंगे?
Pinarayi Vijayan के बाद अब Nitish Kumar की टेंशन बढ़ाएंगे Arif Mohammed Khan!
केरल में मुख्यमंत्री पिनरई विजयन (Pinarayi Vijayan) के नेतृत्व वाली सरकार के साथ राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammed Khan) का खूब तकरार रहा था। तकरार का आलम यूं रहा कि बीते सप्ताह आरिफ मोहम्मद खान द्वारा आयोजित क्रिसमस पार्टी में सीएम पिनरई विजयन और केरल सरकार का कोई मंत्री शामिल नहीं हुआ। मुख्यमंत्री कई मौके पर आरिफ मोहम्मद खान की मुखालफत कर चुके हैं। ऐसे में अब केरल सरकार के साथ तकरार के बीच ही राज्यपाल आरिफ खान का बिहार राजभवन आना कितना अहम है।
ध्यान देने योग्य बात ये है कि बिहार में BJP-JDU कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ चुनावी मैदान मे है। समय-समय पर स्थानीय बीजेपी नेता, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की नीतियों और उनके सरकार संचालन के तरीकों पर सवाल खड़े रहते हैं। कई ऐसे नेता हैं जो नीतीश कुमार की बजाय पीएम मोदी के चेहरे पर बिहार चुनाव लड़ने की बात करते हैं। ऐसे में अब आरिफ मोहम्मद खान को राज्यपाल के रूप में बिहार भेजना कई तरह के सवालों को जन्म दे रहा है। पूछा जा रहा है कि यदि आरिफ खान का रुख पहले जैसा रहा तो सीएम नीतीश कुमार के साथ संतुलन कैसे स्थापित होगा? क्या पिनरई विजयन के बाद नीतीश कुमार की चिंता भी बढ़ सकती है? ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब का इंतजार सभी को है।
बिहार चुनाव के लिए क्या है BJP की रणनीति?
विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बिहार बीजेपी (BJP) के नेता असमंजस में नजर आ रहे हैं। कोई नीतिश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रहा है, तो कोई सही समय आने का इंतजार करने को कह रहा है। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा था कि NDA का नेतृत्व कौन करेगा इसका चुनाव सभी नेता बैठकर करेंगे। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा है कि “जब बिहार में बीजेपी की सरकार बनेगी तब स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकेगी।” उन्होंने कहा है कि “हमारा मिशन अभी पूरा नहीं हुआ है। हमारा मिशन बीजेपी का सरकार बनाना है।” विजय सिन्हा कहीं न कहीं अपने बयान से नीतीश कुमार को सांकेतिक रूप से निशाने पर ले रहे हैं।
विजय सिन्हा के बाद केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की बात कह दी है। गिरिराज सिंह ने बिहार के लिए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) द्वारा किए गए विकास कार्यों का जिक्र किया और उनकी उपलब्धियों की तारीफ की है। ऐसे में बिहार बीजेपी के नेता, नेतृत्व को लेकर स्पष्ट नहीं नजर आ रहे हैं। फिलहाल उनकी रणनीति को लेकर चर्चाओं का क्रम जारी है। निकट भविष्य में देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व को लेकर क्या निर्णय लेगी?