Bihar News: खुन्नस या घृणा का भाव यदि किसी राज्य का समुदाय के लिए हो, तो ये निश्चित रूप से चिंताजनक है। शिक्षक विशेष तौर समाज के प्रतिबिंब होते हैं और उनकी कही बातें दूर तलक जाती है। यही वजह है कि जब भी कोई शिक्षक या शिक्षिका आपत्तिजनक बात कहते हैं, चर्चा दूर तलक होती है। बिहारके जवानाबाद से जुड़ा एक ऐसा ही प्रकरण सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। वायरल प्रकरण में पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक शिक्षिका अपनी बात कह रही है। शिक्षिका बिहार के जहानाबाद स्थित केन्द्रीय विद्यालय में पोस्टेग है। Bihar और बिहारियों को लेकर शिक्षिका कहती है कि जिस दिन हम बिहार को भारत से हटा देंगे उस दिन यह देश विकसित हो जाएगा। बिहार में पोस्टेग शिक्षिका द्वारा की गई इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का भूचाल आ पड़ा है। (Bihar News)
बिहारियों पर औचक भड़क उठीं बंगाल की टीचर साहिबा के बिगड़े बोल
जहानाबाद के केन्द्रीय विद्यालय में पोस्टेड दीपाली शाह नामक शिक्षिका कहती हैं कि “मैं यही सोचती हूं कि केन्द्रीय विद्यालय के इंडिया में कितने रीजन्स हैं, मुझें कहीं भी पोस्टिंग दे सकता था, मैं तो इसलिए भी रेडी थी कि बंगाल में भी कहीं पर पोस्टिंग दे दो। मेरे एक फ्रेंड की पोस्टिंग दार्जलिंग, तो दूसरे की पोस्टिंग सिलचर और तीसरी बेंगलुरु में है। मुझसे क्या दुश्मनी थी जो मुझे भारत के सबसे खराब क्षेत्र में पोस्टिंग दी गई। मुझे गोवा, उड़ीसा, साउथ, लद्दाख या कहीं भेज देते, मैं जाने को रेडी थी, लेकिन मुझे बिहार मिला। बिहार भारत का सबसे खराब हिस्सा है। बिहार के लोगों में नागरिक बोध के नाम पर शून्यता है। भारत इसीलिए विकासशील देश है क्योंकि बिहार उसका हिस्सा है। जिस दिन हम बिहार को भारत से हटा देंगे उस दिन यह विकसित हो जाएगा।”
मामला बिगड़ता देख शिक्षिका ने जारी की सफाई
बिहार में पोस्टिंग पाने से खफा शिक्षिका दीपाली शाह ने मामला बिगड़ता देख सफाई भी जारी की है। प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के अनुसार शिक्षिका ने इस प्रकरण को निजी मामला बता कर किनारा काटने की कोशिश की है। हालांकि, स्थानीय जिलाधिकारी अलंकृता पांडे ने वायरल प्रकरण का संज्ञान लेकर जांच के निर्देश दिए हैं। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि दोषी पाए जाने पर शिक्षिका के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
नोट– शिक्षिका दीपाली शाह द्वारा की गई विवादित टिप्पणी से जुड़ा वीडियो इस लिंक पर क्लिक कर देखा जा सकता है। बयान के कुछ आपत्तिजनक अंश आपको विचलित कर सकते हैं। इसलिए विवेक से काम लें।