Bihar SIR: बिहार में अगले कुछ दिनों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान हो सकता है। बिहार में अक्तूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तरफ से तैयारियां तेज कर दी हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार एसआईआर को लेकर सियायत गरमाई हुई है। DNP की Exclusive रिपोर्ट में बिहार वोटर लिस्ट में घुसपैठियों का पर्दाफाश हुआ है। हमारी टीम के सदस्य बिहार के मुजफ्फपुर के सकरा विधानसभा में जांच पड़ताल के लिए गए, तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
Bihar SIR में गड़बड़ी को लेकर बड़ा पर्दा फाश! जानें वोटर लिस्ट पर क्या बोले गांव वाले
वीडियो में हमारी टीम के सदस्य जब गांव के लोगों से वोटर लिस्ट में शामिल कुछ लोगों के नाम लेकर उनके बारे में पूछते हैं, तो लोग बताते हैं कि यह सब मुस्लिम क्यों हमारे घर में आएगा। हम हिंदू समाज के हैं। जो वोटर लिस्ट में नाम है, चुनाव आयोग का घोटाला है, बीएलओ का घोटाला है और बड़े अधिकारियों का घोटाला होगा। भूमिहार बहुल गांव है और इसमें अधिकतर मुसलमान का नाम एंटर कर दिया गया है। यह हिंदू का नाम मिटाने का षडयंत्र है, घर में हम अकेला है, 8 आदमी कहां से आ गया मुसलमान का।
वहीं, एक अन्य आदमी से जब पूछा गया कि मुसलमान रहते हैं आपके गांव में? तो गांव का व्यक्ति बताता है कि मुसलमान तो हमारे गांव में है ही नहीं। यह बहुत बड़ी साजिश है, यह कोई नॉर्मल चीज नहीं है। मुजफ्फपुर के सकरा विधानसभा की मोहनपुर गांव की वोटर लिस्ट खंगालने पर पता चला कि बहुत सारे हाउस नंबर ऐसे हैं, जिन पर मुसलमानों का नाम लगा दिया गया है। ऐसे में बिहार एसआईआर में गड़बड़ी सामने आई है। हमारी टीम की जांच में सामने आया कि गांव में रह रहे हैं और उनके घरों में मुसलमानों के नाम जोड़ दिए गए हैं।
बिहार एसआईआर: स्थानीय व्यक्ति ने कहा- ‘कई बीएलओ तो अभी नवनियुक्त हुए हैं’
वहीं, जब हमारी टीम ने Bihar SIR की गड़बड़ियों पर गांव के एक स्थानीय व्यक्ति से पूछा, तो उन्होंने कहा कि हमारे गांव में एक भी मुसलमान नहीं है। जबरदस्ती घुसा दिया गया है। हमें यह जानकारी वोटर लिस्ट देखने पर हुई। उनके घर में तो 12 लोग घुसा दिए गए हैं। कैसे जोड़ा गया है और कब जोड़ा गया है, इसकी भी जानकारी लोगों को नहीं है।
हमने बीएलओ से बात की है, बीएलओ लगभग 2 इलेक्शन से वो है। हम जो भी किए हैं, उसका तो रजिस्टर है। गांव में भूमिहार, साहनी की संख्या है और एक भी मुसलमान परिवार नहीं है। कई बीएलओ तो अभी नवनियुक्त हुए हैं, उनको इस इलेक्शन के लिए लाया गया है। उनकी क्या गलती है, यह लिस्ट पीछे से प्रकाशन होकर आई है। यह तो Bihar SIR में बहुत बड़ी चूक है। आगे वीडियो में देखिए बिहार एसआईआर पर Exclusive रिपोर्ट।