Cyclone Montha: चक्रवात मोंथा अभी अगले कुछ दिनों तक अपना असर दक्षिण पूर्वी राज्यों पर दिखा सकता है। आईएमडी यानी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और मंगलवार सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया।आईएमडी के मुताबिक, साइक्लोन मोंथा अब लगातार आंध्र प्रदेश के तट की ओर बढ़ रहा है और ऐसी पूरी संभावना है कि मंगलवार शाम को मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास लैंडफॉल करने की उम्मीद है।
Cyclone Montha से आंध्र प्रदेश सबसे अधिक प्रभावित
आईएमडी के मुताबिक, साइक्लोन मोंथा का प्रभाव सबसे अधिक आंध्र प्रदेश पर पड़ सकता है। इसके बाद ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में भी भारी बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह सिलसिला 28 से 30 अक्तूबर 2025 तक जारी रह सकता है। इस दौरान आंध्र प्रदेश में 90 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। ऐसे में आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।
‘The Hindu’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने निर्देश दिया है कि साइक्लोन मोंथा से प्रभावित होने वाले तटीय इलाकों के लोगों को तय रिहैबिलिटेशन सेंटरों में जल्द से जल्द पहुंचाया जाए। काकीनाडा और कोनासीमा इलाके में जहां तूफान का सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना है, वहां से लगभग 10000 लोगों को निकाला गया है। रेस्क्यू किए गए लोगों में 126 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। वहीं, ओडिशा सरकार ने भी आठ दक्षिणी जिलों में खराब मौसम के बीच प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने का कार्य कर लिया है। साथ ही लोगों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
साइक्लोन मोंथा से निपटने के लिए केंद्र सरकार करेगी हरसंभव सहायता
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि केंद्र सरकार की तरफ से साइक्लोन मोंथा से प्रभावित राज्यों को हरसंभव सहायता देने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात की थी और राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। सरकार ने उन सभी पांच राज्यों में नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स की 22 टीमें तैनात की हैं, जिनके प्रभावित होने की संभावना है। इसमें आंध्र प्रदेश के अलावा ओडिशा, पुडुचेरी, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ का नाम शामिल है।






