Delhi Dehradun Expressway: एक राज्य से दूसरे राज्य को सीधे कनेक्ट करने वाले कई एक्सप्रेसवे का निर्माण जारी है। इसमें दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का नाम भी शामिल है। यह दिल्ली से देहरादून तक जाता है। इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद दिल्ली से पहाड़ों तक का सफर काफी सुगम होने की उम्मीद है। यही वजह है कि इंटरनेट पर काफी लोग इस वाइल्डलाइफ एक्सप्रेसवे की खुलने की तारीख खोज रहे हैं। आइए जानते हैं क्या है इसकी लेटेस्ट अपडेट।
Delhi Dehradun Expressway Opening Date
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे को जुलाई 2025 के आखिर तक पूरी तरह से खोला जा सकता है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का सारा निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही इसका कई बार ट्रायल भी किया जा चुका है। रिपोर्ट्स की मानें, तो दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे की खुलने की डेट 25 जुलाई 2025 होने की संभावना है।
Delhi Dehradun Expressway Entry-Exit Points
इंटरनेट पर बहुत सारे लोग दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के एंट्री और एग्जिट प्वॉइंट्स की जानकारी तलाश रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक की गति सामान्य बनाए रखने के लिए कई एंट्री-एग्जिट प्वॉइंट्स का निर्माण किया गया है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के एंट्री-एग्जिट प्वॉइंट्स में दिल्ली के अक्षरधाम, गीता कॉलोनी और सोनिया विहार का नाम एंट्री प्वॉइंट्स में शुमार है।
वहीं, इस एक्सप्रेसवे से बाहर निकलने के लिए मंडोला, लोनी और उस्मानपुर के करीब एग्जिट प्वॉइंट्स रखे गए हैं। दिल्ली के अलावा शामली रोड, सहारनपुर के पास बाईपास रोड शामिल है। वहीं, यूपी के बागपत के पास गामडी पंचम पुष्ट रोड दिल्ली आने वाले लोगों को बाहर निकलने में मदद करेगा। साथ ही देहरादून के पास आशारोदी से एंट्री प्वॉइंट रखा गया है।
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर दिखेंगे जंगली जानवरों के खूबसूरत नजारें
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, Delhi Dehradun Expressway देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे है, जिसे वाइल्डलाइफ फ्रेंडली एक्सप्रेसवे कहा जा रहा है। दिल्ली और देहरादून के बीच लगभग 210 किलोमीटर लंबे रास्ते को 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकता है। इस एक्सप्रेसवे पर ग्रीन ब्रिज का निर्माण किया गया है, ताकि जंगली जानवरों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे को 13000 करोड़ रुपये की लागत के साथ विकसित किया गया है। साल 2021 में इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, मगर अब इसके खुलने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। मगर अभी तक एनएचएआई यानी नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से कुछ भी ऑफिशियल नहीं किया गया है।