Arvind Kejriwal: दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने के लिए जारी जद्दोजहद के बीच राजनीतिक बयानबाजी तेज है। दिल्लीवासियों से वादे पर वादे भी किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में AAP की ओर से एक नया वादा जुड़ गया है। दरअसल, पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने विशेष तौर पर झुग्गी-झोपड़ी वालों से बड़ा वादा किया है। अरविंद केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा है कि “राजधानी में हर घर को सीवर से जोड़ने का काम चल रहा है। AAP की सरकार बनने के बाद हम आपके इलाके में जल्द सीवर पाइपलाइन बदल देंगे। सीवर की सफाई भी करा देंगे ताकि आपको सीवर की गंदगी से छुटकारा मिल सके।” Arvind Kejriwal का दावा है कि इस वादे के पूर्ण होने से राजधानी की तस्वीर बदली नजर आएगी।
दिल्लीवासियों से AAP संयोजक Arvind Kejriwal का बड़ा वादा
चुनावी प्रचार-प्रसार के बीच अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से बड़ा वादा कर दिया है। उनका कहना है कि “जब 2015 में पहली बार AAP की सरकार बनी थी, तो हमें सीवरेज की सबसे बड़ी समस्या का समाधान करना था। दिल्ली में 1792 कच्ची कॉलोनियां हैं। हमारी सरकार बनने से पहले, इन स्लम कॉलोनियों में किसी भी प्रकार का विकास नहीं होने दिया गया। हम सभी स्लम कॉलोनियों में बड़े पैमाने पर पाइपलाइन बिछा रहे हैं।” Arvind Kejriwal ने आगे कहा कि “हर घर को सीवर से जोड़ने का काम चल रहा है। सरकार बनने के बाद हम सभी इलाके में भी बहुत जल्द सीवर पाइपलाइन बदल देंगे। सीवर की सफाई भी करा देंगे ताकि लोगों को सीवर की गंदगी से छुटकारा मिल सके और राजधानी की तस्वीर बदली नजर आए।”
AAP के गवर्नेंस मॉडल पर क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
अरविंद केजरीवाल ने ‘थिंक स्कूल’ नामक यूट्यूब चैनल को दिए साक्षात्कार में AAP गवर्नेंस मॉडल का जिक्र किया है। AAP संयोजक का कहना है कि हमें राजनीति नहीं, बल्कि काम करना आता है। दिल्ली में टैंकर माफिया से जुड़े सवाल पर Arvind Kejriwal ने कहा कि “हरियाणा के पानीपत में औद्योगिक क्षेत्र से यमुना में अमोनिया बड़ी मात्रा में डाला जाता है। इसके कारण वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करना पड़ता है। दिल्ली में अब कोई टैंकर माफिया नहीं है। दिल्ली में 3-4% हिस्सा ऐसा है, जहां पाइपलाइन से पानी नहीं पहुंच पाता। वहां सरकार द्वारा टैंकर से पानी पहुंचाया जाता है।” उन्होंने ये भी कहा कि “दिल्ली की लगभग सभी कच्ची कालोनियों में हमने सीवर लाइन डाल दी हैं। इससे अब गंदा पानी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में ले जाया जाएगा। हम नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी लगा रहे हैं और मौजूदा प्लांटों की क्षमता भी बढ़ा रहे हैं।”