Delhi Air Pollution: दिल्लीवासियों को अभी भी जहरीली हवा में सांस लेना पड़ रहा है। दिवाली के बाद से शुरू हुआ प्रदूषण का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बुधवार को दिल्ली का एक्यूआई यानी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया, जो कि लोगों की सांसों के लिए संकट की स्थिति को दर्शाता है। सीपीसीबी यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का औसत एक्यूआई 387 था। 30 नवंबर से लगातार एक्यूआई 400 के करीब बना हुआ है। हालांकि, दिसंबर की शुरुआत में 1 तारीख को थोड़ी राहत मिली थी, मगर बीते 24 घंटों के दौरान एक बार फिर लोगों को दमघोंटू हवा में सांस लेनी पड़ रही है।
Delhi Air Pollution से इन इलाकों का हाल हुआ बेहाल
सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली के कई इलाकों में हवा का स्तर गंभीर कैटेगरी में बना हुआ है। दिल्ली के नेहरू नगर में एक्यूआई 436, एम्स में 420, चांदनी चौक में 431, आरके पुरम में 420, रोहिणी में 417, विवेक विहार में 415, बवाना में 408, सिरी फोर्ट में 408, करणी सिंह शूटिंग रेंज में 406, वजीरपुर में 406, आनंद विहार में 405, अशोक विहार में 403 और सोनिया विहार में 400 एक्यूआई रहा।
बता दें कि सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, 100 से नीचे का एक्यूआई संतोषजनक, 200 तक मध्यम, 300 तक खराब, 300 से अधिक होने पर बहुत खराब और 400 से ज्यादा रहने पर गंभीर श्रेणी तय की गई है। बोर्ड ने बताया है कि आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति ऐसी ही बनी रह सकती है।
दिल्ली एयर प्रदूषण के बीच शीतलहर की चेतावनी
वहीं, आईएमडी यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में आगामी शुक्रवार से शीतलहर चलने का अनुमान है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में दिल्लीवासियों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री तक की गिरावट आने की संभावना है। ऐसे में लोगों को उसी हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। आईएमडी ने बताया है कि आने वाले दिनों में दिल्ली का मौसम साफ रह सकता है, क्योंकि तोड़ी सी तेज हवा लोगों को राहत प्रदान कर सकती है। हालांकि, सुबह और रात के समय पर हल्का सी कोहरे की सफेद चादर देखने को मिल सकती है।
साफ हवा के लिए दिल्ली छोड़कर जा रहे लोग?
गौरतलब है कि दिल्ली एयर प्रदूषण को लेकर बीते दिनों पीएमओ यानी प्रधानमंत्री ऑफिस तक मामला पहुंच गया। वहीं, दिल्ली में लगातार खराब होती हवा के स्तर के बाद ग्रैप-3 यानी ग्रैडिड एक्शन प्लान की पाबंदियों को लागू करने की मांग उठ रही है। उधर, कई हेल्थ एक्सपर्ट इतने गंभीर प्रदूषण के माहौल को काफी जानलेवा बता रहे है। जहरीली हवा में कई बुजुर्गों को सांस लेने में तकलीक हो रही है। ऐसे में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बहुत सारे लोगों ने दिल्ली को कुछ टाइम के लिए छोड़ दिया है और दूसरे राज्यों में चले गए हैं।






