Delhi Dehradun Expressway: दिल्ली से सटा उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे के मामले में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूपी में कई एक्सप्रेसवे पर काम किया जा रहा है। इसमें एक नाम दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का भी है। यही एक्सप्रेसवे दिल्ली से शुरू होकर उत्तराखंड के देहरादून तक जाएगा। तमाम रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इसे इको फ्रेंडली एक्सप्रेसवे के तौर पर विकसित किया जा रहा है। ऐसे में जब भी लोग इस एक्सप्रेसवे पर सफर करेंगे, तो उन्हें अन्य एक्सप्रेसवे के मुकाबले काफी अलग और बढ़िया एक्सपीरियंस देखने को मिल सकता है।
Delhi Dehradun Expressway बनेगा इंडिया का पहला इको फ्रेंडली एक्सप्रेसवे
कई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे को इको फ्रेंडली एक्सप्रेसवे इसलिए बनाया जा रहा है, क्योंकि इससे जंगल सफारी को पहुचान न हो। जंगल सफारी के ऊपर लगभग 12 किलोमीटर हिस्से को एलिवेटिड रखा जाएगा। ऐसे में जंगल सफारी में रहने वाले जंगली जानवरों को किसी तरह की हानि न हो। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे पर जानवरों को लिए ग्रीन ब्रिज और अंडरपास तैयार किए जाएंगे। इस तरह से यह एक्सप्रेसवे इंडिया का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा, जिससे जानवरों को भी कोई नुकसान नहीं होगा। खबरों में दावा किया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे का तकरीबन 90 फीसदी काम पूरा हो गया है। ऐसे में यह जून के आखिर तक पूरी तरह से चालू किया जा सकता है।
दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम के लोगों को मिल सकते हैं कई फायदें
वहीं, अगर आप हरियाणा के गुरुग्राम से देहरादून जाना चाहते हैं, तो Delhi Dehradun Expressway आपके लिए बढ़िया साबित हो सकता है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि दिल्ली द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण काफी तेजी से किया जा रहा है। द्वारका एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर जाम को किया जाएगा। ऐसे में गुरुग्राम के लोग भी दिल्ली से देहरादून आसानी से सफर पूरा कर सकेंगे।
वर्तमान में गुरुग्राम के लोगों को दिल्ली में भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। मगर द्वारका एक्सप्रेसवे बनने के बाद गुरुग्राम के निवासी काफी सुगमता के साथ दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर अपना सफर शुरू कर सकते हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद गुरुग्राम के लोगों का काफी टाइम बच सकता है। साथ ही गुरुग्राम में रहने वाले लोग बेहद ही सरलता के साथ पहाड़ों की सैर कर पाएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि पर्यटन को भी इससे काफी बढ़ावा मिल सकता है।