Delhi Jaipur Expressway: दिल्ली से एनसीआर जाने वाले अधिकतर रास्तों पर जाम की स्थिति देखने को मिलती है। ऐसे में दिल्लीवासियों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। ताजा मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो आने वाले कुछ समय में दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे पर लगने वाले भयंकर जाम से निजात मिल सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे पर लोगों को राहत देने के लिए एक नई एलिवेटिड रोड का निर्माण किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह नई एलिवेटिड रोड दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाके धौलाकुआं से शुरू होगी और गुरुग्राम तक जाएगी।
Delhi Jaipur Expressway की डीपीआर पर तेजी से काम जारी
कई हालिया रिपोर्ट्स में इस बात पर जोर दिया गया है कि दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे के लिए नई एलिवेटिड रोड से गुरुग्राम के निवासियों को काफी फायदे हो सकते हैं। फिलहाल, जो जानकारी सामने आ रही है, उसमें दावा किया गया है कि इस नई एलिवेटिड रोड के जरिए दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे की दूरी लगभग 20 किलोमीटर कम हो जाएगी। ऐसे में गुरुग्राम के लोग आसानी से दिल्ली तक का सफर कर सकेंगे।
वहीं, बताया जा रहा है कि यह एक्सप्रेसवे एनएचएआई यानी नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की प्राथमिक सूची में शुमार है। एनएचएआई इस प्रस्तावित एक्सप्रेसवे की डीपीआर यानी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर तेजी से काम कर रही है। बताया जा रहा है कि एनएचएआई इस बात की पड़ताल कर रही है कि इस एक्सप्रेसवे पर किस लोकेशन से नई एलिवेटिड रोड शुरू की जाए और कहां तक लेकर जाया जाए।
दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होंगे ये जिले
उधर, कई खबरों में दावा किया जा रहा है कि प्रस्तावित Delhi Jaipur Expressway की नई एलिवेटिड रोड से गुरुग्राम वासियों को कई बड़े लाभ होंगे। बताया जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे के जरिए गुरुग्राम राजस्थान के जयपुर में स्थित चंदवाजी से सीधे कनेक्ट हो जाएगा। ऐसे में गुरुग्राम और जयपुर आने-जाने में काफी सुगमता हो जाएगी। वर्तमान समय में दिल्ली और जयपुर के बीच की दूरी 296 किलोमीटर है।
मगर प्रस्तावित नए एलिवेटिड रोड के जरिए इसमें लगभग 50 किलोमीटर की कमी आ सकती है। नए एलिवेटिड रोड के साथ झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, अलवर, सीकर और जयपुर आपस में कनेक्ट हो जाएंगे। माना जा रहा है कि इससे गुरुग्राम इन सभी जिलों से कनेक्ट होगा। साथ ही गुरुग्राम से झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, अलवर तक सफर करने वालों का काफी टाइम बच सकेगा। रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि यह एक्सप्रेसवे साल 2027 के आखिर तक बनकर तैयार हो सकता है। इस परियोजना में तकरीबन 6500 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है।