Arvind Kejriwal: केजरीवाल सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को एक मजबूत राजनीतिक पहचान दिलाई है। चाहे वह मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं हों या महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं। इन योजनाओं ने जनता के दिलों में खास जगह बनाई है। लेकिन इन योजनाओं पर भाजपा का लगातार विरोध यह सवाल खड़ा करता है कि क्या BJP जनता के हितों के खिलाफ राजनीति कर रही है?
Arvind Kejriwal की जनकल्याणकारी योजनाओं पर विरोध
भाजपा ने Arvind Kejriwal की मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी योजनाओं पर बार-बार सवाल उठाए हैं। इन योजनाओं को भाजपा फ्रीबी कल्चर कहकर बदनाम करती रही है। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये योजनाएं वाकई फ्रीबी हैं, या जनता को राहत देने का एक जरिया?
केजरीवाल का जवाब: आम आदमी पार्टी का तर्क है कि जनता के टैक्स का पैसा जनता के लिए खर्च होना चाहिए। भाजपा का विरोध यह संकेत देता है कि वह इन योजनाओं से असहज है, क्योंकि ये योजनाएं लोगों का जीवन बेहतर बना रही हैं।
महिला सम्मान योजना का विरोध
महिला सम्मान योजना के तहत दिल्ली की महिलाओं को आर्थिक सहायता और सशक्तिकरण का वादा किया गया। लेकिन भाजपा ने इसे वोट बैंक पॉलिटिक्स करार दिया।
सवाल: क्या भाजपा को महिलाओं के सशक्तिकरण से परेशानी है? क्यों भाजपा एक ऐसी योजना का विरोध कर रही है, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बना सकती है? यह विरोध यह संकेत देता है कि भाजपा शायद उन योजनाओं से डरती है, जो केजरीवाल सरकार की लोकप्रियता को और बढ़ा सकती हैं।
पहले भी रोके जा चुके हैं केजरीवाल के काम
भाजपा ने केजरीवाल सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाओं को बाधित किया है। जैसे-
मोहल्ला क्लीनिक: भाजपा ने जमीन आवंटन और फंडिंग में बाधाएं डालीं।
सरकारी स्कूल: स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार और नई बिल्डिंग्स के निर्माण में अड़चनें लगाईं।
बस मार्शल योजना: महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू की गई इस योजना का भी विरोध किया।
फ्री बस यात्रा: महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा को लेकर भाजपा का विरोध जगजाहिर है।
भाजपा क्यों रोकना चाहती है ये योजनाएं?
केजरीवाल की लोकप्रियता से डर! भाजपा को डर है कि इन योजनाओं से केजरीवाल की लोकप्रियता और बढ़ेगी। दिल्ली मॉडल की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना भाजपा के लिए राजनीतिक चुनौती बन गई है।
चुनावी हार का डर। भाजपा जानती है कि ये योजनाएं जनता को आम आदमी पार्टी के पक्ष में कर सकती हैं। भाजपा का फोकस योजनाओं को रोककर आम आदमी पार्टी की छवि को कमजोर करना है।
Arvind Kejriwal ने उठाए सवाल
भाजपा का विरोध यह सवाल खड़ा करता है कि क्या भाजपा का मकसद केवल केजरीवाल को रोकना है, भले ही इसके लिए जनता की सुविधाओं पर कुठाराघात करना पड़े? क्या भाजपा दिल्ली की जनता के खिलाफ राजनीति कर रही है?
इसका निष्कर्ष है कि दिल्ली की जनता को यह सोचने की जरूरत है कि आखिर क्यों केजरीवाल सरकार की योजनाओं को रोकने में लगी है। ये योजनाएं सिर्फ केजरीवाल सरकार की पहचान नहीं, बल्कि दिल्ली के हर नागरिक के लिए राहत का माध्यम हैं। भाजपा का यह विरोध उसकी प्राथमिकताओं पर सवाल उठाता है। यह जनता के हितों को नुकसान पहुंचाने वाली राजनीति का संकेत है। क्या भाजपा जनता की भलाई से ज्यादा अपनी राजनीति को महत्व दे रही है? इस सवाल का जवाब जनता को अपने वोट से देना होगा।