Dhananjay Munde: अपार राजनीतिक संभावनाओं की धरा महाराष्ट्र में एक बार फिर खलबली मची है। दरअसल, जीरो टोलरेंस नीति के तहत काम कर रही देवेन्द्र फडणवीस सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे पर गाज गिरी है। Ajit Pawar गुट के नेता धनंजय मुंडे ने सीएम फडणवीस को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। ये पूरा राजनीतिक घटनाक्रम Dhananjay Munde के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड के न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद हुआ है। Devendra Fadnavis सरकार का हिस्सा बनने के बाद धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड व कुछ अन्य पर बेलगाम होकर अवैध वसूली के आरोप लगे। इसी प्रकरण का विरोध करने वाले बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मास्टरमाइंड के रूप में वाल्मीक कराड को नामित किया गया है।
Ajit Pawar गुट के नेता Dhananjay Munde पर गिरी गाज!
कई सियासी खलबली का गवाह रही महाराष्ट्र की धरती पर एक और बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है। दरअसल, सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड मामले में Ajit Pawar गुट के नेता धनंजय मुंडे की कुर्सी चली गई है। आधिकारिक तौर पर Dhananjay Munde के इस्तीफा की जानकारी सार्वजनिक की जा चुकी है। बता दें कि धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड को जनवरी में न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। कराड का नाम मृतक संतोष देशमुख की हत्या से जुड़े 2 करोड़ रुपए की जबरन वसूली मामले में वांछित है। इस पूरे प्रकरण को लेकर Devendra Fadnavis सरकार की साख पर सवाल उठ रहे थे। यही वजह है कि अंतत: धनंजय मुंडे को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा है।
Devendra Fadnavis की सख्ती ने महाराष्ट्र में खलबली!
धनंजय मुंडे के इस्तीफे के पीछे एक पहलु देवेन्द्र फडणवीस भी बताए जा रहे हैं। दरअसल, इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक Devendra Fadnavis ने अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल को पत्र लिखकर धनंजय मुंडे को इस्तीफा देने की बात कही थी। इसके ठीक बाद Dhananjay Munde ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और महाराष्ट्र के सियासत में नए सिरे से खलबली मच गई है। सीएम फडणवीस ने आधिकारिक तौर पर बताया है कि धनंजय मुंडे का इस्तीफा स्वीकार कर राज्यपाल को भेज दिया गया है। अग्रिम कदम राज्यपाल उठाएंगे।