DRDO: देश के रक्षा क्षेत्र का प्रमुख संगठन डीआरडीओ यानी डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन लगातार कई महत्वपूर्ण हथियारों के निर्माण में जुटा हुआ है। ऐसे में डीआरडीओ को एक बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल, डीआरडीओ ने आर्चर-एनजी मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस यूएवी यानी अनमैन्ड एरियल व्हीकल की प्रथम सफल उड़ान हासिल कर ली है। आर्चर-एनजी ड्रोन के सफल टेस्ट को डीआरडीओ के लिए खास उपलब्धि माना जा रहा है। साथ ही इसे देश के स्वदेशी मिशन से जोड़ा जा रहा है। माना जा रहा है कि डीआरडीओ की कामयाब कोशिश से आने वाले कई अहम मिशनों को रफ्तार और प्रेरणा मिल सकती है।
DRDO ने आर्चर-एनजी ड्रोन के तौर पर दी भारतीय सेना को नई हवाई ताकत
जानकारी के मुताबिक, डीआरडीओ ने आर्चर-एनजी ड्रोन को एचएएल यानी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ मिलकर बनाया है। यह ड्रोन नई जेनरेशन तकनीक के साथ विकसित किया गया है। इस यूएवी को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसे देखने से इसकी असल खूबियों की जानकारी नहीं मिलती है। माना जा रहा है कि यह ड्रोन अपनी अदभुत क्षमताओं के दम पर भारतीय सेना को हवाई सेक्टर की निगरानी करने के लिए एक नई उड़ान दे सकता है। डीआरडीओ ने इस ड्रोन को खास तौर पर सेना के लंबे मिशनों को ध्यान में रखकर विकसित किया है।
डीआरडीओ ने एडवांस ड्रोन में डाली हैं कई एडवांस खूबियां
एचएएल और डीआरडीओ ने आर्चर-एनजी ड्रोन में भर-भरकर हाईटेक खूबियों को शामिल किया है। जानकारी के अनुसार, एडवांस यूएवी आर्चर-एनजी ड्रोन को सिंगल-इंजन ट्विन-बूम कॉन्फिगरेशन से लैस किया गया है। यह टेकऑफ के टाइम पर अधिकतम 1800 किलोग्राम तक भार उठा सकता है, जिसमें 400 किलोग्राम तक पेलोड ले जाने की क्षमता है। इसकी एंड्योरेंस पावर 24 से 29 घंटे के बीच है और यह 30000 फीट की ऊंचाई तक सर्विस सीलिंग पर काम कर सकता है।
इस हाईटेक ड्रोन में कई गजब की विशेषताओं को जोड़ा गया है। इसमें एडवांस्ड इंटेलिजेंस, सर्विलांस, रिकोनिसेंस और प्रिसिजन स्ट्राइक मिशन के लिए डिजाइन किया गया है। साथ ही ग्राउंड इवैल्यूएशन और हाई-स्पीड टैक्सी ट्रायल किए गए, जिससे ड्रोन की स्ट्रक्चरल इंटीग्रिटी, इंजन परफॉर्मेंस और फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम कन्फर्म हो गए।
