Haryana News: किसी भी विश्वविद्यालय में लोग शिक्षा ग्रहण जाते हैं, ताकि उनका भविष्य सुधर सके। यही वजह है कि, शैक्षिक संस्थानों को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है। लेकिन क्या हो जब यहां पर महिलाओं का अपमान होने लगे और वो भी मासिक धर्म को लेकर? मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर हरियाणा की फेमस यूनिवर्सिटी महर्षि दयानंद की चर्चा है। यहां पर 4 महिला कर्मचारियों के सुपर वाइजर ने कपड़े उतरवा और पैड का फोटो क्लिक करने को भी कहा। दरअसल, महिला सफाई कर्मी पीरियड की वजह से काम पर लेट पहुंची थीं। जिसकी सजा सुपरवाइजर ने उन्हें दी है। इस शर्मनाक घटना पर तुरंत ही यूनिवर्सिटी आला अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए दोनों सुपरवाइजर को सस्पेंड कर दिया है।
महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में पीरियड कांड कैसे हुआ?
इस घटना से जुड़ा हुआ वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दैनिक भास्कर ने पोस्ट किया है। इसके साथ ही लिखा है, “हरियाणा के रोहतक की यूनिवर्सिटी में 4 महिला कर्मचारियों से पीरियड्स का सबूत मांगा गया। इतना ही नहीं उसके कपड़े उतरवाकर सैनिटरी पैड का फोटो खिंचवाकर देखा गया।” वीडियो में देखा जा सकता है कि, पीड़ित महिलाओं के द्वारा कैंपस में हंगामा किया जा रहा है।
ये शर्मनाक घटना महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गई है। जिसके लिए यूनिवर्सिटी से जवाब मांगा गया है। फिलहाल महिला सफाई कर्मियों के साथ शर्मनाक हरकत करने वाले दोनों सुपरवाइजर्स को सस्पेंड कर दिया गया है। ये घटना 26 अक्टूबर की है। इस दौरान यूनिवर्सिटी में राज्यपाल असीम कुमार घोष आए हुए थे। महिला सफाई कर्मी काम पर लेट पहुंची तो सुपरवाइजर का पारा चढ़ गया। जिसके बाद उन्होंने महिलाओं से पीरियड का सबूत मांगा। जिसके बाद ये विवाद बढ़ता चला गया।
Haryana News का वीडियो देख भड़के यूजर्स
सोशल मीडिया पर जब यूजर्स ने घटना को देखा तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। एक यूजर घटना से जुड़ा वीडियो देखते हुए कमेंट करता है कि, ‘क्या संस्कार है भगवान ना करें कि कभी इनके घर कि महिलाओ के साथ होता तो इनको कैसा लगता है.?’ दूसरा लिखता है,’कितनी नीच हरकत पर उतर चुके है।’ वहीं, कई सारे लोग आरोपियों पर कड़े एक्शन की मांग कर रहे हैं।
