Kalyan Banerjee: बंगाल में सियासी उठा-पटक का दौर जारी है और इसका केन्द्र चर्चित सांसद कल्याण बनर्जी बने हैं। कभी जगदीप धनखड़ की मिमिक्री कर सुर्खियां बटोर चुके कल्याण बनर्जी अब ममता बनर्जी की करीबी सांसद महुआ मोइत्रा पर हमलावर हैं। पश्चिम बंगाल की राजनीति में बड़ा फेरबदल तब हुआ जब कल्याण बनर्जी को लोकसभा में टीएमसी के मुख्य सचेतक (Chief Whip) का पद छोड़ना पड़ा। Kalyan Banerjee रोष भरे भाव के साथ बुरा फंसते नजर आ रहे हैं। कल्याण बनर्जी अब खुले तौर पर महुआ मोइत्रा पर निशाना साधते हुए अपनी लड़ाई जारी रखने की बात कर रहे हैं जिसमें वो फिलहाल अकेले पड़ गए हैं।
महुआ मोइत्रा के साथ जुबानी जंग कर Kalyan Banerjee ने खोला मोर्चा
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच सियासी घमासान का दौर जारी है।
कल्याण बनर्जी ने एक्स पोस्ट जारी कर रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि “मैंने महुआ मोइत्रा द्वारा एक सार्वजनिक पॉडकास्ट में की गई व्यक्तिगत टिप्पणियों पर ध्यान दिया है। उनके शब्दों का चयन, जिसमें एक साथी सांसद की तुलना “सुअर” से करने जैसी अमानवीय भाषा का प्रयोग भी शामिल है। ये नी केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि नागरिक संवाद के बुनियादी मानदंडों के प्रति गहरी उपेक्षा को भी दर्शाता है।”
सांसद Kalyan Banerjee आगे लिखते हैं कि “अगर महुआ मोइत्रा सोचती हैं कि गंदी गालियाँ देने से उनकी नाकामियां छिप जाएंगी या उनके रिकॉर्ड पर गंभीर सवालों से ध्यान हट जाएगा, तो वह खुद को धोखा दे रही हैं। जो लोग जवाब देने के बजाय गालियों पर भरोसा करते हैं, वे लोकतंत्र के चैंपियन नहीं हैं। वे इसकी शर्मिंदगी हैं और इस देश की जनता उनकी इस हरकत को समझ सकती है।”
तल्ख प्रतिक्रिया से इतर Kalyan Banerjee ने ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा स्वीकार करने के लिए धन्यवाद दिया है। टीएमसी चीफ व्हिप पद से इस्तीफा देना कल्याण बनर्जी के लिए बड़ा सेटबैक माना जा रहा है।
सांसद कल्याण बनर्जी के बाद काकोली घोष दस्तीदार ने संभाला कमान
चर्चित सांसद महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच छिड़ी जुबानी जंग अब सार्वजनिक हो चुकी है। इस प्रकरण में तार तृणमूल कांग्रेस में फूट तक पहुंच गई है। महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी का खेमा सार्वजनिक रूप से एक-दूजे पर जुबानी जंग छेड़े हुए है। मामला इस कदर बिगड़ा कि सांसद Kalyan Banerjee को इस्तीफा तक पेश करना पड़ा। अब टीएमसी खेमा से लोकसभा में नया मुख्य सचेतक डॉ. काकोली घोष दस्तीदार को बनाया गया है जो वर्ष 2009 से बारासात लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कल्याण बनर्जी के बाद काकोली घोष लोकसभा में चीफ व्हिप बनेंगे और आगे की कार्रवाई करेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि Kalyan Banerjee आगे क्या कदम उठाते हैं।