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ओछी हरकत! मुस्लिम प्रिंसिपल से इतनी चिड़ कि स्कूल की पानी टंकी में मिलाया जहर, आरोपियों की कुकृत्य जान कर्नाटक में सनसनी

Belagavi News: कर्नाटक के बेलागावी से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सागर पटिल नामक युवक पर आरोप है कि उसने साजिश रचते हुए सरकारी स्कूल के पानी की टंकी में जहर मिलाने के लिए साजिश रची, ताकि प्रिंसिपल सुलेमान गोरीनायक को हटाया जा सके। आरोपियों की ओछी हरकत सामने आने के साथ ही सूबे में सनसनी मच गई है।

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Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Belagavi News: कर्नाटक के बेलागावी से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने मानवता को शर्मसार किया है। बेलागावी में कुछ युवकों की ओछी हरकत से पूरे सूबे में सनसनी मची है। आरोप के मुताबिक सागर पाटिल नामक शख्स ने कथित तौर सरकारी स्कूल में बने पानी की टंकी में जहर मिलाने की साजिश रची, ताकि वहां कार्यरत मुस्लिम प्रिंसिपल को हटाया जा सके। आरोपियों का कुकृत्य सामने आने के साथ ही पूरे कर्नाटक में हो-हल्ला मच गया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से लेकर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार समेत अन्य तमाम सत्ताधीशों ने इस वाकये की निंदा की है। सभी ने एक सुर में इस ओछी हरकत को शर्मनाक बताते हुए कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

मुस्लिम प्रिंसिपल को हटाने के लिए रची गहरी साजिश

पुलिस के मुताबिक सागर पटिल नामक शख्स इस खेल का सरगना है। पुलिस की ओर से स्पष्ट किया गया है कि सागर पाटिल ने जहर मुहैया कराया, ताकि पानी की टंकी में डाला जा सके। यदि जहर का असर होता और बच्चों की जान पर बात आती, तो मुस्लिम हेडमास्‍टर का नपना तय था। इसी लक्ष्य के साथ आरोपियों ने गहरी साजिश रची थी। बतया जा रहा है कि आरोपी युवकों की मुस्लिम प्रिंसिपल सुलेमान गोरीनायक के प्रति नाराजगी थी। इसी का बदला लेने के लिए उन्हें फंसाने के लिए इस कुकृत्य को अंजाम दिया गया। ये पूरी घटना 14 जुलाई की है जिससे जुड़ा खुलासा होने के बाद सूबे में अब सनसनी मची है।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सख्त कार्रवाई का दिया आश्वासन

सीएम सिद्धारमैया ने पूरे प्रकरण की निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सीएम सिद्धारमैया की ओर से स्पष्ट किया गया है कि बेलगावी जिले के सवादट्टी तालुक के हूलिकट्टी गांव में स्कूली बच्चों के पीने के पानी में जहर मिलाने का काम निंदनीय है। उनका कहना है कि यह घटना, जिससे छोटे बच्चों का नरसंहार हो सकता था, इस बात का प्रमाण है कि धार्मिक कट्टरवाद और सांप्रदायिक नफरत किसी भी जघन्य कृत्य को जन्म दे सकती है। इस प्रकरण में सख्त से सख्त सजा देकर नजीर पेश की जाएगी, ताकि आगे कोई ऐसा करने की जुर्रत भी न कर सके।

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