Kerala News: दक्षिण में स्थित केरल राज्य में वामपंथ का दबदबा नजर आया है। दरअसल, लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेतृत्व वाली सरकार ने सूबे से अत्यधिक गरीबी को समाप्त कर दिया है। इसका ऐलान सीएम पिनाराई विजयन ने विधानसभा में किया है जिसको लेकर जबरदस्त उठा-पटक देखने को मिला है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने पिनाराई सरकार के इस दावे को फ्रॉड करार दिया है। इसके साथ ही विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर दिया है जिसके कारण सूबे का सियासी पारा चढ़ता नजर आ रहा है।
केरल से विलुप्त हुई अत्यधिक गरीबी – Kerala News
इसका आधिकारीक ऐलान सीएम पिनाराई विजयन ने कर दिया है। विधानसभा में अपना संबोधन करते हुए सीएम विजयन ने कहा है कि केरल अत्यधिक गरीबी उन्मूलन करने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है।
सीएम विजयन ने 25 अक्टूबर को कहा था कि “1000 करोड़ से अधिक के निवेश के साथ, केरल सरकार ने उपलब्धि हासिल की है। सरकार पात्र लोगों को भोजन, स्वास्थ्य सुविधा, सम्मान और आय का स्रोत उपलब्ध करा रही है। यह एलएसजी, कुडुम्बश्री और विभिन्न सरकारी विभागों का एक विशाल संयुक्त प्रयास था। यह सामाजिक न्याय, समता और करुणामय शासन का केरल मॉडल है। केरल सरकार की इस खास उपलब्धि को लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं।
सीएम पिनाराई विजयन के ऐलान के बाद विधानसभा में जबरदस्त उठा-पटक
केरल से अत्यधिक गरीबी समाप्त करने का दावा करने वाली एलडीएफ सरकार को विपक्ष घेरती नजर आ रही है। कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूडीएफ ने इसे फ्रॉड करार दिया है। यूडीएफ का दावा है कि नियम 300 के तहत मुख्यमंत्री का बयान गलत और सदन के नियमों के खिलाफ है। विपक्ष ने एलडीएफ का विरोध करते हुए विधानसभा के विशेष सत्र का बहिष्कार किया है और सदन से वॉकआउट कर गए हैं। विधानसभा में जारी उठा-पटक के बीच केरल सीएम तमाम आरोपों पर जवाब दे रहे हैं और यूडीएफ के दावे को गलत करार दे रहे हैं।






