Lionel Messi: करोड़ों प्रशंसकों के दिलों की धड़कन मशहूर फुटबॉलर लियोनल मेसी के कोलकाता दौरे पर खूब छीछालेदर देखने को मिला। अर्जेंटीना के इस स्टार फुटबॉलर से मिलने हजारों की संख्या में लोग साल्ट लेक स्टेडियम में एकत्रित हुए थे। इस दौरान लियोनल मेसी के साथ सुरक्षाकर्मी व अन्य वीआईपी मेहमानों को देख फैंस भड़क उठे। फैंस ने स्टेडियम में बोतलें और कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दीं जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में लियोनल मेसी को स्टेडियम से बार निकाला गया। इस अव्यवस्था को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। बीजेपी बंगाल सरकार पर मिसमैनेजमेंट का आरोप लगा रही है। वहीं सीएम ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है जिसकी खूब चर्चा है।
साल्ट लेक स्टेडियम में अव्यवस्था देख बौखलाए फैंस
मशहूर फुटबॉलर मेसी को देखने जुटे हजारों फैंस को निराशा हाथ लगी और महंगी टिकट खरीदने के बावजूद उन्हें खिलाड़ी का दीदार नहीं हो सका।
ऐसे ही एक फैन ने कहा कि “हमने इस आयोजन के लिए इतना पैसा खर्च किया है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मेसी इस आयोजन में आए हैं और हमने उन्हें क्या संदेश दिया है। खेल मंत्री लियोनल मेसी के साथ तस्वीर खिंचवा रहे हैं, और हर कोई भीड़ को संभालने की कोशिश कर रहा है। मुझे नहीं पता शाहरुख खान आए या नहीं। यह आयोजन प्रबंधन और सरकार दोनों के लिए बहुत शर्मनाक है।”
एक अन्य फैन ने कहा कि “इतनी भारी रकम चुकाने के बाद भी यह बेहद निराशाजनक है। उनके चारों ओर 50 लोग मौजूद थे, और हमें उनकी एक झलक भी नहीं मिल पाई। उन्होंने बस दो-तीन बार हाथ हिलाया, और बस इतना ही।”
फुटबॉलर Lionel Messi के दौरे पर हंगामा के बाद बोलीं ममता बनर्जी
कोलकाता आज पूरी तरह से मेसी की रंग में रंगा था। प्रशंसकों के बीच लियोनल मेसी की एक झलक पाने की बेताबी थी। इसी बीच साल्टलेक स्टेडियम में हंगामा हो गया और सारी अव्यवस्था खुलकर सामने आ गई। अपने 70 फीट ऊंचे स्टेचू का अनावरण करने कोलकाता पहुंचे मेसी के दौरे पर छीछालेदर देख बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सरकार पर निशाना साधा है।
अमित मालवीय ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि “कोलकाता के हृदय में हुई यह घोर शर्मनाक घटना इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज रहेगी। राजनीतिक कारणों से, लियोनल मेसी जैसे खिलाड़ी को 70 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के बाद कोलकाता लाया गया। लोगों को गुमराह करके 8000 से 10000 रुपए के टिकट खरीदे गए और उन्हें कार्यक्रम स्थल पर लाया गया। बेहद खराब प्रबंधन के कारण, मेसी को कार्यक्रम में रुकने तक की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें वहां से ले जाया गया। मेसी जैसे खिलाड़ी को बंगाल लाने, आम लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने और उन्हें इस तरह के गंभीर जोखिम में डालने के लिए राज्य के खेल मंत्री, अरूप बिस्वास को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।”
इस पूरे प्रकरण पर सीएम ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। मुख्यमंत्री का कहना है कि “घटना के लिए मैं लियोनल मेसी के साथ सभी खेल प्रेमियों से माफी मांगती हूं। मैं न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आशीष कुमार राय की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन कर रही हूं, जिसमें मुख्य सचिव और गृह एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव सदस्य होंगे। समिति घटना की विस्तृत जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय सुझाएगी।”
फिलहाल इस पूरे प्रकरण को लेकर सियासत तेज है और प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है।
