Indore News: भारत में महिला क्रिकेट विश्व कप का आयोजन जारी है। क्रिकेट के इस महाकुंभ में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। मगर दूसरी तरफ, एक ऐसी घटना सामने आई, जिसे सभी भारतीयों को शर्मिंदा कर दिया। दरअसल, बीते गुरुवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में महिला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों के साथ सड़क पर छेड़खानी हुई। इसके बाद महिला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने घटना की जानकारी अपने सुरक्षा अधिकारी को दी। इसके बाद खिलाड़ियों को वापस होटल बुला लिया गया। मगर इसके बाद मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया।
Indore News: कांग्रेस और टीएमसी ने एमपी सरकार को घेरा
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ‘PTI’ से कहा, “यह घटना हम सभी के लिए शर्म की बात है। मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। मुख्यमंत्री को इस घटना का संज्ञान लेना चाहिए और जिम्मेदारी तय करके दोषियों को सज़ा देनी चाहिए।”
‘Jagran’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष ने कहा, “बीजेपी शासित इंदौर में आईसीसी टूर्नामेंट के दौरान विदेशी महिला खिलाड़ियों से छेड़छाड़ हुई, यह देश की प्रतिष्ठा पर दाग है।” वहीं, टीएमसी प्रवक्ता सुदीप ने कहा, “यह बेटी बचाओ का असली चेहरा है। बीजेपी को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।”
एमपी सरकार ने किया कांग्रेस पर जोरदार पलटवार
उधर, मध्य प्रदेश की मंत्री कृष्णा गौर ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए मामले को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “यह शर्मनाक घटना है, लेकिन हमारी सरकार ने जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया।”
मामले में एमपी पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर आरोपी की बाइक की नंबर प्लेट के जरिए उसकी पहचान कर ली। इसके बाद अकील नाम के व्यक्ति को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
बीसीसीआई ने कहा- ‘हम अपने मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा करेंगे’
वहीं, बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कहा, “यह एक बहुत ही दुखद और अलग-थलग घटना है। भारत हमेशा से अपने मेहमानों के प्रति अपने प्यार, मेहमाननवाजी और देखभाल के लिए जाना जाता है। हम ऐसे कामों के प्रति जीरो-टॉलरेंस पॉलिसी रखते हैं। हम आरोपी को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा की गई तेज और असरदार कार्रवाई की तारीफ करते हैं। न्याय दिलाने के लिए कानून अपना काम करेगा। हम अपने मौजूदा सुरक्षा प्रोटोकॉल की भी समीक्षा करेंगे और जरूरत पड़ने पर उन्हें और मजबूत करेंगे ताकि ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।”
