बुधवार, जुलाई 9, 2025
होमख़ास खबरेंसुनसान रहने वाला छतरपुर का 'गढ़ा' बना रियल स्टेट बाजार में हलचल...

सुनसान रहने वाला छतरपुर का ‘गढ़ा’ बना रियल स्टेट बाजार में हलचल की वजह! Dhirendra Shastri के अटूट विश्वास ने बदली बंजर इलाके की तस्वीर

Date:

Related stories

Dhirendra Krishna Shastri: चर्चित शख्सियत के रूप में अपनी छाप छोड़ चुके सनातन के सजग प्रहरी धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री आज अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं। 4 जुलाई, 1996 को छतरपुर के पहाड़ी बंजर इलाके गढ़ा में जन्मे बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने आज पूरे इलाके की तस्वीर बदल दी है। ये धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के अटूट विश्वास का असर है कि आज देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों से लोग छतरपुर के ‘गढ़ा गांव’ का रुख कर बागेश्वर बाला जी के दर्शन पूजन करते हैं। Dhirendra Krishna Shastri के चर्चाओं में आने के बाद बंजर पड़े गढ़ा की तस्वीर इस कदर बदल गई कि आज ये गांव रियल स्टेट बाजार में हलचल की वजह बन चुका है। यहां जमीन की कीमत आसमान छू रही है। कभी सुनसान रहने वाला छतरपुर के गढ़ा गांव में आज श्रद्धालुओं का मजमा लगा रहता है। गढ़ा में आज दर्जनों होटल और मार्केट खुल गए हैं।

पंडित Dhirendra Krishna Shastri के अटूट विश्वास ने बदली बंजर इलाके की तस्वीर

खेती-बाड़ी पर निर्भर रहने वाले छतरपुर के गढ़ा गांव के नागरिकों का जीवनस्तर अब बदल चुका है। इसकी खास वजह है कई एकड़ में फैला बागेश्वर बाला जी का धाम। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री हैं जिनके अटूट विश्वास से आज ‘गढ़ा गांव’ की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। दरअसल, धीरेन्द्र शास्त्री का परिवार पहले आर्थिक रूप से बेहद कमजोर था। आजीविका के लिए पंडित शास्त्री कथावाचन का काम करते थे। धीरे-धीरे छतरपुर, खजुराहो समेत MP के अन्य इलाकों में Dhirendra Krishna Shastri की प्रसिद्धि बढ़ी और लोगों की भीड़ जमा होने लगी। बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर के जीवन में कोविड काल के बाद एकाएक बदलाव आया जब गढ़ा से निकलकर उनकी बात दुनिया तक पहुंचने लगी। फिर क्या था, गढ़ा में श्रद्धालुओं का आना-जाना बढ़ा और इलाके की तस्वीर बदली।

वर्तमान हालात की बात करें, तो गढ़ा में श्रद्धालुओं का मजमा लगा रहता है। यहां सवारी गाड़ियों की भीड़ रहती है जो श्रद्धालुओं को लेकर बागेश्वर धाम मंदिर जाती है। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए निवेशक भी गढ़ा गांव की ओर आकर्षित हुए हैं। बंजर रहने वाले गढ़ा में आज कई आलीशान होटल बन चुके हैं। सैकड़ों ढ़ाबे हैं, ताकि श्रद्धालुओं को नास्ते आदि के लिए परेशान न होना पड़े। दावा किया जाता है कि Dhirendra Krishna Shastri के अनुयायियों की उपस्थिति के कारण आज गढ़ा में औसतन 10 से 20 लाख रुपए प्रतिदिन से अधिक का कारोबार होता है। बंजर रहने वाले गढ़ा की तस्वीर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने अटूट विश्वास से बदल दी है।

रियल स्टेट बाजार में हलचल की वजह बना धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का गढ़ा गांव!

सनातन के सजग प्रहरी के रूप में अपनी छाप छोड़ चुके पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का मूल गांव गढ़ा रियल स्टेट बाजार में हलचल की वजह बन गया है। बागेश्वर धाम बालाजी मंदिर परिसर के चहुंओर के इलाके में स्थिति जमीन की कीमत आसमान छू रही है। जिस गढ़ा को कभी सुनसान देखा जाता था। आज वहां निवेशकों की भरमार है। भक्तों की संख्या को देखते हुए व्यवसायी वहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की दिशा में जमीन खरीदने और होटल, ढ़ाबा, टूरिस्ट एजेंसी आदि बनाने के काम में जुटे हैं। पंडित Dhirendra Krishna Shastri द्वारा बनवाया जा रहा चैरिटेबल कैंसर ट्रस्ट अस्पताल भी लोगों को खूब प्रभावित कर रहा है। निकट भविष्य में संभावनाओं को देखते हुए लोग गढ़ा में प्लॉट खरीदने और निवेश के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। यही वजह है कि आज छतरपुर का गढ़ा गांव रियल स्टेट मार्केट में हलचल की वजह बन गया है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories