Maharashtra Politics: कुर्सी की पेटी बांध लीजिए क्योंकि महाराष्ट्र में सियासी बवंडर आने की आशंका तेज हो गई है। दरअसल, शिवसेना यूबीटी की ओर से इतना बड़ा दावा किया गया है जिसे सुन लोगों के पैरों तले जमीन खिसक सकती है। सोचिए यदि महाराष्ट्र पॉलिटिक्स में BJP के कद्दावर नेताओं का खेमा पाला बदलने को तैयार हो जाए तो क्या होगा? इसका असर बीएमसी चुनाव और राज्य की महायुति सरकार पर कैसे पड़ेगा? ये तमाम बातें इसलिए कही जा रही हैं क्योंकि Maharashtra Politics में इन संभावनाओं को लेकर सुगबुगाहट तेज है। उद्धव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना के प्रवक्ता ने BMC Election से पहले बीजेपी को लेकर ऐसा दावा किया है जिसे सुन आप चौंक सकते हैं। तो आइए पूरे प्रकरण के बारे में विस्तार से बताते हैं।
Maharashtra Politics में BMC Election से पहले घमासान की आशंका!
यूबीटी खेमा से प्रवक्ता आनंद दुबे ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि “महाराष्ट्र भाजपा के 12 से ज़्यादा नेता महायुति सरकार में असंतोष के कारण हमारे संपर्क में हैं। फिलहाल हमारे दरवाजे बंद हैं। जल्द ही आप देखेंगे कि भाजपा में भगदड़ मचेगी। जल्द ही आप महायुति के भीतर विद्रोह देखेंगे।” महाराष्ट्र पॉलिटिक्स की धुरी बनी BJP को लेकर शिवसेना प्रवक्ता ने कहा है कि “वे छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेते हैं, लेकिन उनका सम्मान नहीं करते। सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश को एक किया, वे पार्टियों को तोड़ने का काम करते हैं।” उद्धव ठाकरे गुट की ओर से आए इस बयान को लेकर अब Maharashtra Politics में सरगर्मियां तेज हैं और तरह-तरह की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
शिवसेना यूबीटी नेता के दावे से तेज हुई सियासी हलचल!
दावे कई तरह के होते हैं। एक होता है हवा-हवाई और दूसरा पुख्ता होता है जिसे तुल दिया जा सकता है। हालांकि, अब उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना कौन सा दावा कर रही है, ये तो वही बता सकते हैं। हां, ये स्पष्ट है कि यदि शिवसेना का दावा पुख्ता है, तो निश्चित तौर पर ये Maharashtra Politics में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम की आशंका को व्यक्त करता है। वहीं यदि आनंद दुबे महज सियासी दावा कर रहे हैं, तो BJP या महाराष्ट्र पॉलिटिक्स के स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यदि यहां जताई आशंकी सच साबित होती है, तो इसका खामियाजा बीजेपी को BMC Election में भुगतना पड़ सकता है। फिलहाल इसको लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं है और खबर कयासबाजी व दावे के आधार पर लिखी गई है। ऐसे में सही समय आने पर ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी और दूध का दूध व पानी का पानी होगा।