Mother’s Day 2025: कहते हैं एक मां बाप के लिए इससे बड़ा दर्द नहीं होता कि भरी जवानी में उनके सामने उनके बेटे की अर्थी उठे। मन में एक अजब सी कसक जागती है लेकिन जरा सोचिए उन मां के बारे में जिनके बेटे निर्दोष होने के बावजूद Pahalgam Attack में इस दुनिया को अलविदा कह गए। भरी जवानी में पत्नियों की मांग सुनी हो गई तो मां के गोद उजड़ गए। उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि अपने सामने वे अपने बेटे के जनाजे को उठते हुए देखेंगी। मदर्स डे 2025 में इन्हीं मां में से एक शहीद शुभम द्विवेदी और Vinay Narwal की मां अपने बेटे को लेकर कुछ ऐसा कहा जो वाकई इमोशनल है। आइए जानते हैं Mother’s Day 2025 पर।
मदर्स डे 2025 पर जानिए शहीद Shubham Dwivedi की मां ने क्या किया खुलासा
Mother’s Day 2025 से हटके शुभम द्विवेदी अपनी पत्नी के साथ हनीमून मनाने के लिए गए लेकिन वहां से कभी लौट नहीं सके। सिर्फ शादी को कुछ दिन हुए थे और वह इस दुनिया को अलविदा कह गए। इस दौरान वह अपने फैमिली के साथ Pahalgam पहुंचे थे इस बारे में जिक्र करते हुए मां ने कहा, “हम बीच रास्ते से ही नीचे आ गए। मैंने शुभम से पूछा बेटा नीचे चलोगे तो उसने घोड़े वाले से पूछा भैया ऊपर नेटवर्क आता है। उसने कहा हां नेटवर्क होता है। तब शुभम ऊपर जाने के लिए तैयार हुआ था। अगर घोड़े वाले ने कहा होता कि नेटवर्क नहीं आता है तो मेरा बेटा भी मेरे साथ नीचे आ जाता।”
शुभम द्विवेदी अपनी मां के लिए थे प्रोटेक्टिव
इस दौरान Shubham Dwivedi की मां बताती है शादी में उसने अपने सारे अरमान पूरे किए लेकिन बाद में अपने आप को शहीद नाम देकर देश के लिए चला गया। शुभम द्विवेदी की मां ने यह भी बताया कि वह उनसे किस कदर प्यार करता था और कितना प्रोटेक्टिव था। वह बताती है कि अगर मैं बीमार हो जाती थी तो वह घर की जिम्मेदारी खुद ले लेता था और वह मेरी बहुत देखभाल करता था लेकिन हमेशा के लिए हमें छोड़ कर चला गया।
पहलगाम अटैक में शहीद Vinay Narwal की मां हुई भावुक
वहीं Mother’s Day 2025 से परे दूसरी तरफ शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की मां उन्हें याद करती हुई बताती है कंप्युटर साइंस से बीटेक के बाद फैमिली प्राइवेट कंपनी में जॉब के लिए बोल रही थी लेकिन विनय ने कहा नहीं मम्मी मुझे नेवी में जाना है और मैं इसकी तैयारी नहीं करूंगा। जब वह बड़ा हुआ तो कभी-कभी कहता था कि “मम्मी मैं भी किसी दिन तिरंगे में लिपट कर आऊंगा।” मैं इस बात से गुस्सा भी होती थी लेकिन उसे उसके अंदर देशभक्ति का जज्बा था। Vinay Narwal की मां कहती है कि विनय की साड़ी यादें दिल के करीब है हर चीज में वह मुझे याद आता है।