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Mukhtar Ansari: मुख्तार अंसारी से लेकर विकास दुबे तक, इन माफियाओं की मौत पर उठे सवाल; जानें डिटेल

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Mukhtar Ansari
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Mukhtar Ansari: गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत पर अब सियासी बवाल शुरू हो गया है। बता दें कि मुख्तार अंसारी की मौत कल यानि 28 मार्च को दिल का दौरा पडने से हुई थी। वहीं इसपर अब सियासत भी गरमा गई है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले में जांच की मांग की है। इसके अलावा कई अन्य नेताओं ने भी मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल उठाएं है और इसकी जांच कराने की मांग की है। हालांकि इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए है, लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ ऐसे माफियाओं के बारे में जिनकी मौत पर सवाल उठे थे। चलिए आपको बताते है ऐसे माफियाओं के बारे में।

Mukhtar Ansari के मौत पर सवाल उठ रहे है

गौरतलब है कि 28 मार्च को मुख्तार अंसारी की मौत दिल का दौरा पडने से हुई थी। वही अब इसपर सियासत तेज हो गई है। बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी मामले की जांच कराने की मांग की है। इसके अलावा सपा प्रमुख अखिलेश यादव, AIMIM के अध्यक्ष सदुद्दीन ओवैसी के अलावा कई पार्टी के नेताओं ने इसपर सवाला उठाया है। हालांकि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए है। इसके अलावा मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया है कि उनके पिता के खाने में जहर दिया गया था। बता दें कि डॉक्टरों द्वारा मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम पूरा कर लिया गया है।

विकाश दुबे की मौत पर उठे थे सवाल

8 पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्ट विकास दुबे की भी मौत पर सवाल उठाए गए थे। विकास दुबे बिकरू कांड का मु्ख्य आरोपी थी। यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे को 9 जुलाई को उज्जैन से गिरफ्तार किया था। वहीं 10 जुलाई 2020 को खबर आती है कि कथित तौर पर पुलिस की एक गाड़ी पलटती है और भागने के दौरान आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा जाता है। वहीं उस वक्त कांग्रेस के नेता प्रियंका गांधी से लेकर यूपी के दो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे और जांच की मांग की थी।

अतिक अहमद और उसके भाई असरफ

गैंगस्टर से नेता बने अतिक अहमद और उसके भाई असरफ को 15 अप्रैल को रात करीब 10 बजे अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बता दें कि दोनों की हत्या भारी सुरक्षाबल और मीडिया कर्मियों के सामने की गई थी। हालांकि तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। गौरतलब है कि वह दोनो उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी थे। हत्या के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कपिल सिब्बल के अलावा कई अन्य नेताओं ने पुलिस और सरकार पर सवाल उठाए थे. और जांच की मांग की थी।

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