National Youth Day: देशभर में आज स्वामी विवेकानंद की जयंती पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। मालूम हो कि विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863, कोलकाता में हुआ था। बड़ी संख्या में आज के युवा छोटी छोटी घटना के कारण डिप्रेशन का शिकार हो जा रहे है। तो हम आपको बताते है विवेकानंद के 4 ऐसे मूल मंत्र जो युवाओं को डिप्रेशन से निकलने में कर सकता है मदद। वहीं उनकी जयंती के उपलक्ष में आज National Youth Day भी मनाया जाता है। चलिए आपको बताते है कि स्वामी विवेकानंद के 4 सूत्री मंत्र युवाओं के लिए क्यों है रामवाण।
Swami Vivekanand के इन मंत्रों से युवाओं का डिप्रेशन होगा गायब
मालूम हो कि स्वामी विवेकानंद ने ना केवल भारत में ही बल्कि विदेशों में भी हिंदू धर्म और आधायात्म का प्रचार प्रसार किया था। उनकी एक वाणी सुनने के लिए लोग घंटों इंतजार करते थे। National Youth Day के अवसर पर उनके 4 ऐसे सूत्री मंत्र जिससे सुनने से युवाओं का डिप्रेशन छू मंतर हो जाएगा, जिसमे भौतिक, सामाजिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक खोज शामिल है। Swami Vivekanand के अनुसार अच्छे जीवन के लिए युवाओं को शरीर, समाज ज्ञान और आत्मा का संतुलन बनाना बेहद आवश्यक है, साथ ही छोटी-छोटी बातों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए।
National Youth Day पर Swami Vivekananda के प्रमुख संदेश
बता दें कि स्वामी विवेकानंद की जयंती पर देशभर National Youth Day के कई कार्यक्रेम आयोजित किए जा रहे है। हम आपको विवेकानंद के कुछ ऐसे कोट्स बताने जा रहा है, जो आपके जीवन में परिवर्तन ला सकता है।
- “किसी दिन जब आपके सामने कोई समस्या न आए तो आप सुनिश्र्चित हो सकते है कि आप गलत मार्ग पर चल रहे है”।
- “खड़े हो जाइए, साहसी बनिए, मजबूत बनिए। सारी जिम्मेदारी अपने कंधों पर लीजिए और जान लीजिए कि आप अपने भाग्य के निर्माता खुद है”।
- “जैसा तुम सोचते हो, वैसे ही बन जाओगे, खुद को निर्बल मानोगे तो निर्बल और सबल मानोगे तो सबल ही बन जाओगे”।
दुनिया को दिखाई अध्यात्म की ताकत
गौरतलब है कि विवेकानंद ने दुनियाभर में आधायात्म और हिंदू संस्कृत का प्रचार प्रसार किया। यहां तक कि अगर वह कही बोलने शुरू करते थे तो लोग घंटों उनके एक टक सुनते रहते थे। वहीं आज National Youth Day मनाया जा रहा है ताकि लोगों तक उनके प्रेरणादायक कोट्स को पहुंचाया जा सकें।