Parliament Monsoon Session: राजधानी दिल्ली का सियासी पारा एक बार फिर उफान पर है। इसका प्रमुख कारण संसद का मॉनसून सत्र है। दरअसल, आज 21 जुलाई से मॉनसून सत्र की कार्यवाही शुरू हो रही है। इसको लेकर पीएम मोदी फ्रंटफुट पर नजर आ रहे हैं। लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों का पहुंचना शुरू हो चुका है। इसी बीच खबर है कि पर्लियामेंट मॉनसून सेशन की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व PM Modi मीडिया को संबोधित कर सकते हैं।
इस दौरान कई अहम मुद्दों पर अपने विचार रखने के साथ पीएम मोदी विपक्ष से संसद सत्र की कार्यवाही में योगदान देने की बात कह सकते हैं। Parliament Monsoon Session से पहले ही विपक्षी दलों की एकजुटता नजर आई है। INDIA Alliance में शामिल कई दलों ने संसद सत्र की कार्यवाही से पूर्व आयोजित बैठक में हिस्सा लेकर कई रणनीतियों पर चर्चा किया है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सत्तारुढ़ दल विपक्ष से कैसे निपटता है।
Parliament Monsoon Session की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करेंगे पीएम मोदी!
अर्जुन राम मेघवाल, किरण रिजिजू और जीतेन्द्र सिंह समेत अन्य कुछ मंत्रियों ने संसद भवन पहुंचे पीएम मोदी का स्वागत किया है। पर्लियामेंट मॉनसून सेशन की कार्यवाही में भाग लेने प्रधानमंत्री संसद भवन पहुंच चुके हैं। खबर है कि PM Modi अभी मीडिया को संबोधित कर संसद सत्र का खांचा प्रस्तुत कर सकते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री कई अहम मुद्दों पर अपना पक्ष रखने के साथ विरक्ष से संसद की कार्यवाही को संचालिच करने में योगदान देने की अपील कर सकते हैं। दावा किया जा रहा है कि Parliament Monsoon Session की शुरुआत से ही विपक्ष कई मोर्चों पर सरकार को घेरने का काम कर सकता है। 21 अगस्त तक चलने वाले संसद के मॉनसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार है।
विपक्ष से निपटने के लिए सत्तारुढ़ दल की तैयारी क्या?
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष मॉनसून सत्र की कार्यवाही के लिए पूरी तरह से तैयार है। दावा किया जा रहा है कि विपक्ष केन्द्र सरकार को पहलगाम आतंकी हमला, बिहार में जारी SIR, भारत-पाकिस्तान संघर्ष, डोनाल्ड ट्रंप के सीजफायर ऐलान समेत अन्य कई मुद्दों पर कटघरे में खड़ा कर सकता है। हालांकि, Parliament Monsoon Session को लेकर केन्द्र की तैयारी पूरी है। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने साफ तौर पर कहा है कि सरकार हर मोर्चे पर जवाब देने के लिए तैयार है। विपक्ष शुरू से जारी नियम और परंपरा के तहत संसद सत्र की कार्यवाही का हिस्सा बने और दिल खोलकर हर मुद्दे पर चर्चा करे।