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एआई डीपफेक और स्वास्थ्य से लेकर यूपीआई तक, PM Modi ने Bill Gates से मानव पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव के बारे में की चर्चा

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PM Modi
PM Modi, Bill Gates

PM Modi: पीएम नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स से हाल ही में मुलाकात की। बता दें कि दोनों के बीच कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों के बीच जिन प्रमुख बातों पर चर्चा हुई उनमें एआई, जलवायु परिवर्तन, डिजिटल बुनियादी ढांचा, यूपीआई, स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण फोकस में रहे। चलिए आपको बताते है इन मुद्दों को विस्तार से

AI क्रांति में भारत की भूमिका

पीएम मोदी ने कहा कि एआई बहुत महत्वपूर्ण है, उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन उदाहरण देते हुए कि कहा कि उन्होंने बेहतर संचार के लिए भाषा व्याख्या के लिए एआई आधारित समाधान पेश किए। उन्होंने बिल गेट्स को बताया कि कैसे काशी तमिल संगमम में उनके भाषण के अनुवाद के लिए एआई का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि PM Modi ने एआई पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एआई का इस्तेमाल किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाता है जिसे ठीक से प्रशिक्षित नहीं किया गया है, तो इसके दुरुपयोग का काफी जोखिम है। उन्होंने कहा, मेरा सुझाव है कि गलत सूचना को रोकने के लिए हमारे पास एआई जनित सामग्री पर स्पष्ट वॉटरमार्क हों।”

वहीं बिल गेट्स ने भारत में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में बात करते हुए गेट्स ने यूपीआई और आधार जैसी प्रौद्योगिकियों की सराहना की और कहा कि देश अपनी प्रौद्योगिकी में सुधार कर रहा है और समृद्ध होता जा रहा है।

महिलाओं के लिए सर्वाइकल कैंसर का टीका

बता दें कि पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान कोविड-19 टीकों के लिए वैज्ञानिकों की सराहना कि वहीं उन्होंने कहा कि अगले कार्यक्राल में हमारा मकसद महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का किफायती टीका लगवाना और जीवन की सुरक्षा करना उनकी प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने कहा “भविष्य में, मैं युवा लड़कियों की भलाई के लिए सर्वाइकल कैंसर अनुसंधान के लिए धन आवंटित करने की योजना बना रही हूं। मेरा लक्ष्य हमारे देश में सभी लड़कियों को न्यूनतम लागत पर टीकाकरण करना है, यह सुनिश्चित करना कि वे कैंसर से सुरक्षित हैं”।

डीपफेक वीडियो पर पीएम मोदी ने व्यक्त की चिंता

बिल गेट्स ने पीएम मोदी से एआई और डीपफेक के उपयोग के बारे में पूछा, जिसका जवाब देते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि “प्रशिक्षण की कमी के कारण एआई द्वारा उत्पन्न चुनौतियां सामने आईं। यदि कोई चीज़ एआई-जनरेटेड है, तो उसे पहले से उल्लेख करना चाहिए कि वह एआई-जनरेटेड है। उदाहरण के लिए डीपफेक को लें, कुछ लोग, लोगों को धोखा देने के लिए दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए दूसरों की आवाज़ का उपयोग कर रहे हैं”। उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई मेरी नकली आवाज का इस्तेमाल करेगा तो बहुत बड़ा बवाल हो जाएगा। इसलिए अगर एआई का इस्तेमाल किया जाता है तो उसका उल्लेख जरूरी है”।

हेल्थ केयर सेक्टर पर पीएम मोदी ने कही ये बात

पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान स्वास्थ्य सेक्टर के बारें में कहा कि मैंने गांवों में दो लाख आरोग्य मंदिर, आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए हैं। मैं अपने स्वास्थ्य केंद्र को सीधे आधुनिक तकनीक वाले सर्वश्रेष्ठ अस्पताल से जोड़ता हूं। शुरुआत में उन्हें लगा कि मेरे पास कोई डॉक्टर नहीं है, वह मुझे देखे बिना मेरा इलाज कैसे कर सकता है? लेकिन बाद में उन्हें तकनीक समझ में आई कि सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठा डॉक्टर उन्हें सही निदान और सलाह दे रहा है। इसलिए लोगों का विश्वास बढ़ा है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म का कमाल है।”

शिक्षा क्षेत्र में पीएम मोदी ने बताई बड़ी उपलब्धि

प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “मैं बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करना चाहता हूँ। शिक्षकों की जो कमी है, उसे मैं टेक्नोलॉजी से पूरा करना चाहता हूं। दूसरे, बच्चे की रुचि दृश्य में है, कहानी कहने में है। इसलिए मैं इस तरह का कंटेंट तैयार करने की दिशा में काम कर रहा हूं। जिससे बच्चे जुड़ें, मैंने कुछ सर्वेक्षण किये और देखा कि बच्चे इसका भरपूर आनंद ले रहे हैं।”

जलवायु परिवर्तन पर PM Modi ने रखी अपनी बात

गौरतलब है कि बिल गेट्स से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी इसमें से एक था जलवायु परिवर्तन जहां उन्होंने कहा कि “दुनिया को विकास को परिभाषित करने के लिए बिजली या स्टील के उपयोग जैसे मापदंडों को बदलने की जरूरत है क्योंकि यह जलवायु विरोधी है और इसके बजाय हरित जीडीपी और हरित रोजगार जैसी शब्दावली को अपनाना चाहिए”।

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