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Anurag Dhanda: पराली जलाने की घटनाओं में गिरावट लाकर मान सरकार ने रचा इतिहास! गदगद आप नेता ने नीतियों की तारीफ में बांधे पुल

आप नेता Anurag Dhanda ने पंजाब सरकार की पीठ थपथपाते हुए पराली जलाने की घटनाओं में आई कमी का जिक्र किया है। अनुराग ढ़ांडा ने बताया है कि कैसे पंजाब सरकार की कुशल नीतियों के बदौलत ये उपलब्धि हासिल हुई है।

Anurag Dhanda
Picture Credit: गूगल (सांकेतिक तस्वीर)

Anurag Dhanda: आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सूबे में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने में कामयाब रही है। एक आंकड़े की मानें तो पंजाब में पिछले 5 साल में पराली जलाने के मामलों में 92 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इन आंकड़ों को देख पंजाब सरकार की खूब तारीफ हो रही है। आप नेता अनुराग ढ़ांडा ने भी इसी क्रम में मान सरकार की नीतियों की तारीफ करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। अनुराग ढ़ांडा का कहना है कि ये आंकड़े मान सरकार द्वारा रचे गए इतिहास का प्रत्यक्ष गवाह हैं कि कैसे पंजाब में कुशल नीतियों के तहत पराली जलाने के मामले कम हुए हैं। इस उपलब्धि का जिक्र करते हुए आप नेता ने पंजाब सरकार की पीठ थपथपाई है।

आप नेता Anurag Dhanda ने थपथपाई मान सरकार की पीठ

अनुराग ढ़ांडा ने पंजाब सरकार की उन नीतियों की तारीफ की है जिसकी मदद से पराली जलाने वाली घटनाएं 92 फीसदी तक कम हो गई हैं।

गदगद आप नेता ने सरकार की नीतियों की तारीफ में पुल बांधते हुए कहा है कि “पंजाब ने वो कर दिखाया है जो कभी देश को नामुमकिन लगता था, यानी सिर्फ 5 सालों में खेतों में आग लगने की घटनाओं में 92 फीसदी की कमी। यह ईमानदार शासन, किसान-केंद्रित नीतियों और जमीनी स्तर पर वास्तविक समाधानों का नतीजा है। आप का मॉडल सरल है किसानों का सम्मान करें, उनका समर्थन करें और प्रदूषण अपने आप कम हो जाएगा।” अनुराग ढ़ांडा का साफ तौर पर कहना है कि आप सरकार सदैव किसानों के हित में काम करते हुए प्रदेश के विकास को रफ्तार देने का काम करती है।

पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में भारी गिरावट

बठिंडा से लेकर मोगा, पटियाला, फिरोजपुर समेत कुल 23 जनपदों में पिछले 5 वर्षों में पराली जलाने के मामलों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। ये मान सरकार की कुशल नीतियों का परिणाम है। अनुराग ढ़ांडा द्वारा शेयर किए गए रिपोर्ट के मुताबिक संगरूर, पटियाला, मोगा, मुक्तसर, तरन तारन, फिरोजपुर, लुधियाना, फजिल्का समेत अन्य तमाम जिले हैं जहां पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं। पंजाब के इन इलाकों में किसान भगवंत मान सरकार की नीतियों से प्रेरित और जागरूक होकर पराली को प्राकृतिक तौर पर नष्ट कर खाद बना रहे हैं और अधिक फसलों का उत्पादन कर रहे हैं।

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