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Bhagwant Mann सरकार ने की बाढ़ पीड़ितों को 1 करोड़ 54 लाख रुपये की मुआवजा राशि भेंट, कैबिनेट मंत्री कटारूचक ने सौंपे चेक

Bhagwant Mann: भगवंत मान सरकार की तरफ से कैबिनेट मंत्री ने 1 करोड़ 54 लाख रुपए की मुआवजा राशि बाढ़ पीड़ित गांवों को भेंट की है। ऐसे में कहीं ना कहीं यह इस बात को बखूबी बयां करने के लिए काफी है कि पंजाब सरकार किस कदर गांव के विकास के लिए तत्पर है।

Bhagwant Mann
Photo Credit- Screen Grab From x Bhagwant Mann

Bhagwant Mann: पंजाब की भगवंत मान सरकार जनता की विशेष सेवा करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है। ऐसे में उनके हर एक छोटी बड़ी समस्याओं का समाधान ढूंढने में तत्पर होती है। ऐसे में बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए मान सरकार का विशेष तोहफा जारी कर दिया गया है और ऐसे में कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक पठानकोट के ताश गांव से बाढ़ पीड़ितों को चेक देते हुए नजर आए। इसके साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि कैसे भगवंत मान सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए मसीहा बने हुए हैं। 19 गांव के बाढ़ पीड़ितों को लगभग 5 करोड़ रुपए की राशि वितरित कर चुके हैं।

7 गांव में 1 करोड़ 54 लाख रुपये की राशि हुई वितरित

लाल चंद कटारूचक ने x पर लिखा, “बाढ़ के दौरान हुए नुकसान की भरपाई के लिए आज मेरे निर्वाचन क्षेत्र भोआ के 7 और गांव के बाढ़ पीड़ितों को 1 करोड़ 54 लाख रुपये की मुआवज़ा राशि वितरित की गई। तास, काजला, लसियाँ, इस्माइलपुर, राजपुर जट्टनशाहपुर और जैनपुर कुकर गाँवों के बाढ़ प्रभावित परिवारों को लगभग 1 करोड़ 54 लाख रुपये की मुआवज़ा राशि वितरित की गई। अब तक हम 19 गांवों के बाढ़ पीड़ितों को लगभग 5 करोड़ रुपये की राशि वितरित कर चुके हैं। इसके साथ ही बाढ़ पीड़ित गांव की मदद करते हुए कई तस्वीरें शेयर की है जहां दिखाया गया है कि बाढ़ पीड़ितों को चेक दिया गया है।

बाढ़ पीड़ित गांव के लिए मसीहा बने हैं सीएम भगवंत मान

तस्वीरों दिखाया गया है कि कैबिनेट मंत्री भगवंत मान सरकार की तरफ से जारी किए गए बाढ़ पीड़ितों को राहत के लिए 1 करोड़ 54 लाख रुपए की मुआवजा राशि वितरित की है ताकि एक बार फिर से गांव का विकास हो सके। लोगों को कोई भी असुविधा न हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए लगातार भगवंत मान सरकार तत्पर है और पंजाब के हर उन गांव का विकास तेजी से हो रहा है जिन्हें प्राकृतिक आपदा की वजह से मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।

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