Farmer Protest: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल बीते 54 दिनों से एमएसपी कानून को लेकर आमरण अनशन पर है। हालांकि अब उन्होंने चिकित्सा सहायता लेने पर सहमत हो गए है। गौरतलब है कि लगातार उनकी तबीयत बिगड़ रही थी, वहीं इस मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। किसान नेता का यह फैसला तब आया जब केंद्र सरकार ने फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित उनकी मांगों पर चर्चा करने के लिए 14 फरवरी को प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बैठक का प्रस्ताव रखा है।
Farmer Protest के बीच जगजीत सिंह डल्लेवाल को मिलेगा चिकित्सा उपचार
गौरतलब है कि बीते कई महीनों से खनौरी बॉर्डर पर Farmer Protest लगातार जारी है। बड़ी संख्या में किसान धरना पर बैठा हुए है। मालूम हो कि बीते महीनों किसान नेताओं ने दिल्ली कूच करने की योजना बनाई थी,
प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं मिलने के कारण उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था। जिसके बाद बीते 54 दिन से जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर है। लगातार बिगड़ती तबीयत के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दें पर अपनी टिप्पणी की थी।
केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच 14 फरवरी को होगी बैठक
बता दें कि लंबे इंतजार के बाद केंद्र सरकार ने किसानों से बातचीत का मन बनाया है। बता दें कि संयुक्त सचिव प्रिया रंजन के नेतृत्व में केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दल्लेवाल से मुलाकात की और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जिसके बाद 14 फरवरी को बैठक को लेकर सहमति बन गई। गौरतलब है कि एमएसपी कानून को लेकर Farmer Protest लगातार जारी है। बताते चले कि दल्लेवाल, जो एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के संयोजक हैं, फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में पिछले साल 26 नवंबर 2024 से खनौरी सीमा बिंदु पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं।