Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत खेलों को बढ़ावा देकर नशे के खिलाफ कार्रवाई को तेज करने की घोषणा की।
78 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है
बर्लटन पार्क स्पोर्ट्स हब, जो लगभग 78 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है, की नींव रखने के बाद सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अरविंद केजरीवाल ने इसे ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने कहा कि यह पहल हजारों लोगों को खेलों में शामिल होने और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह देश का अपनी तरह का पहला खेल परिसर होगा और एक साल के भीतर पूरा हो जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि पंजाब कभी खेलों सहित कई क्षेत्रों में अग्रणी था, लेकिन परंपरागत राजनीतिक पार्टियों की पिछड़ी नीतियों के कारण इसका पतन हुआ। उन्होंने इन पार्टियों को नशे के खतरे को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया और जोर देकर कहा कि ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ ने अब नशे के नेटवर्क की रीढ़ तोड़ दी है। उन्होंने सरकार की साहसिक कार्रवाइयों, जैसे ऑपरेशन बुलडोजर के माध्यम से नशा तस्करों की संपत्तियों को जब्त करने और ध्वस्त करने के बारे में प्रकाश डाला।
नशे से दूर रखने के लिए जल्द ही हर गांव में अत्याधुनिक स्टेडियम बनाए जाएंगे
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बर्लटन पार्क का नवीनीकरण नशा विरोधी अभियान के तहत एक रणनीतिक कदम है और युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए जल्द ही हर गांव में अत्याधुनिक स्टेडियम बनाए जाएंगे। उन्होंने दोहराया कि इस पहल का उद्देश्य पंजाब को देश में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करना है। अरविंद केजरीवाल ने राज्य के उद्योग-अनुकूल रुख का भी जिक्र किया, जिसने महत्वपूर्ण निवेश को आकर्षित किया है।
अरविंद केजरीवाल ने पूरे पंजाब में नए फोकल पॉइंट्स की स्थापना और फास्टट्रैक पंजाब पोर्टल की शुरुआत का जिक्र किया, ताकि निवेशकों को 45 दिनों के भीतर सभी आवश्यक मंजूरियां मिल सकें। उन्होंने कहा कि पंजाब, जो अपनी हिम्मत और उद्यमी स्वभाव के लिए जाना जाता है, अब भारत के औद्योगिक उभार का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन वर्षों में राज्य सरकार ने समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाने वाली कई पहल शुरू की हैं और यह गति भविष्य में भी जारी रहेगी।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने जालंधर की विरासत का जिक्र किया कि यहां बेमिसाल खिलाड़ी पैदा हुए हैं, जिन्होंने देश को, खासकर हॉकी में, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई है। उन्होंने कहा कि भारत की राष्ट्रीय हॉकी टीम के कई खिलाड़ी इस जिले से हैं, जिनकी तीन पीढ़ियां इसके मैदानों से निकली हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों से राजनीतिक कुप्रबंधन के कारण पंजाब खेलों में पिछड़ गया।
एथलेटिक्स में राज्य की खोई हुई शान को रणनीतिक प्रयासों के माध्यम से बहाल किया जाएगा
भगवंत सिंह मान ने जोर देकर कहा कि एथलेटिक्स में राज्य की खोई हुई शान को रणनीतिक प्रयासों के माध्यम से बहाल किया जाएगा। खेलों को पुनर्जनन करना ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान का केंद्रीय स्तंभ है, उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य युवाओं की ऊर्जा को रचनात्मक दिशाओं में ले जाना है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि ऐतिहासिक बर्लटन पार्क का नाम एक महान पंजाबी एथलीट के नाम पर रखा जाएगा ताकि औपनिवेशिक विरासत से मुक्ति मिले।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मुल्लांपुर के बाद जल्द ही जालंधर और अमृतसर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम विकसित किए जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने गर्व के साथ कहा कि भारत की पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों के कप्तानों के साथ-साथ फुटबॉल टीम का कप्तान भी पंजाब से है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजाब जल्द ही खेलों में नंबर एक राज्य बन जाएगा और सरकार बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और खिलाड़ियों को एथलेटिक्स में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सक्षम बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने अंत में पंजाब और इसके लोगों के सर्वांगीण विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि राज्य की पुरातन शान को हर हाल में बहाल किया जाएगा और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व करेगा।