Rahul Gandhi: इंतजार की घड़ी और तमाम रणनीतियों को छोड़ राहुल गांधी अब अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आज तड़के सुबह एक सब्जी मंडी का दौरा भी किया है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने महंगाई से जुड़ा मुद्दा उठाकर केन्द्र सरकार ध्यान इस ओर आकर्षित किया है। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को बड़ी नसीहत देते हुए बताया है कि कैसे महंगाई आज आम लोगों को प्रभावित कर रही है। बता दें कि सदन के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस की दाल नहीं गली थी। पहले अडानी मुद्दा और फिर डॉ. बीआर अंबेडकर को लेकर छिड़े संग्राम में कांग्रेस खुद घिर गई और अब अंतत: राहुल गांधी जमीन से जुड़े मुद्दों को लेकर केन्द्र पर प्रहार कर रहे हैं।
तड़के सुबह ‘सब्जी मंडी’ पहुंचे Rahul Gandhi ने उठाया महंगाई का मुद्दा
टमाटर, प्याज, लहसुन, मटर, शलजम जैसी सब्जियां इतनी महंगी क्यों होते जा रही हैं? ये सवाल राहुल गांधी ने आज सब्जी मंडी में एक दुकानदार से पूछा। दुकानदार का जवाब था ‘इस बार मंहागाई बिल्कुल ही कम नहीं हो रही। इससे पहले कभी ऐसा हाल नहीं रहा है।’ लहसुन आज 400 रुपए किलो बिक रहा, शलजम के भाव भी ज्यादा हैं। आलू-प्याज जैसी बेसिक सब्जियां भी महंगाई में तड़का लगा रही हैं। इसी बीच राहुल गांधी ने आज सब्जी मंडी का दौरा कर लिया। राहुल गांधी के साथ कुछ महिलाएं नजर आईं जो सब्जी खरीदने निकली थीं। उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि कैसे महंगाई उनके किचन का बजट बिगाड़ रही है। एक महिला का कहना है कि “इतनी महंगाई है मैं तो आती हूं चार-पांच सब्जी लेने और 2 सब्जी लेके घर वापस जाती हूं।”
आपके मुताबिक महंगाई क्यों बढ़ रही है? ये सवाल नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा पूछा जाता है। इसका जवाब देते हुए एक महिला कहती है कि “जो सरकार बैठी हुई है वो सरकार इस चीज को देखती नहीं है कि महंगाई बढ़ रही है। वे अपने भाषणों में व्यस्त हैं। यह नहीं देखते कि जो आम पब्लिक है जो उनका क्या होगा। वो इतना महंगा खाना कैसे खाएंगे। पहले जो चीज हम 500 रुपए में लेते थे आज वो हजार में आती है।” इसके अलावा भी राहुल गांधी ने अन्य सब्जियों व खाद्य पदार्थों की महंगाई और लोगों की प्रभावित होती जीवनशैली को लेकर केन्द्र सरकार से सवाल पूछे हैं।
सदन में केन्द्र सरकार को घेरने की कोशिश रही थी नाकामयाब
ध्यान देने योग्य बात ये है कि बीते सप्ताह देश की संसद में खूब हंगामा मचा। कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र के दौरान केन्द्र को अडानी और फिर डॉ. बीआर आंबेडकर के अपमान से जुड़े मुद्दे पर घेरने की भरपूर कोशिश की। हालांकि, बीजेपी (BJP) ने पलटवार करते हुए पहले जॉर्ज सोरोस और फिर प्रताप सांरगी धक्काकांड में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी द्वारा उठाए गए मुद्दों के आगे कांग्रेस (Congress) के मुद्दे फीके नजर आए। ऐसे में जब सदन में केन्द्र को घेरने की रणनीति काम नहीं आई तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) जमीन से जुड़े वाजिब मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधने का काम कर रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि उनकी ये कोशिश कितनी सफल हो पाती है।