Rahul Gandhi: पूरी तैयारी के साथ राहुल गांधी आज अपनी टीम को लेकर इंदिरा भवन पहुंचे। इस दौरावन उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा। महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक और बिहार तक में चुनाव आयोग को निशाना बना चुके राहुल गांधी अबकी पूरी तैयारी के साथ मीडिया के सामने आए। नेता प्रतिपक्ष ने आंकड़े पेश करते हुए अपने हिस्से का पक्ष रखा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया। Rahul Gandhi ने जुबानी हमला बोलते हुए कहा है कि एक्जिट पोल कुछ अलग कहते हैं, वोटिंग अलग पैटर्न कहता है और नतीजा एकदम विपरीत होता है। यही संदेह का कारण बन रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने इससे इतर भी कई अहम बातें कही हैं और ECI को निशाने पर लिया है।
सबूतों के साथ ECI पर बरसे नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi
इंदिरा भवन में मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को फिर कटघरे में खड़ा किया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि “सत्ता-विरोधी भावना एक ऐसी चीज है जो हर लोकतंत्र में हर पार्टी को प्रभावित करती है। लेकिन किसी कारण से, भाजपा लोकतांत्रिक ढांचे में एकमात्र ऐसी पार्टी है जो मूल रूप से सत्ता-विरोधी भावना से ग्रस्त नहीं है। एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल एक बात कहते हैं। आपने हरियाणा और मध्य प्रदेश चुनाव में देखा और फिर अचानक परिणाम बड़े पैमाने पर बदलाव के साथ पूरी तरह से अलग दिशा में चले जाते हैं। मतदान हमें कुछ दिखा रहा था, जनमत सर्वेक्षण और नियमित सर्वेक्षण हमें कुछ दिखा रहे थे। और अचानक हम पा रहे हैं कि परिणाम विपरीत दिशा में हैं।”
सांसद Rahul Gandhi ने आंकड़ों के साथ चुनाव आयोग को निशाने पर लेने का काम किया है।
राहुल गांधी ने कहा है कि “यहां एक डुप्लिकेट मतदाता है। इस प्रकार के 11965 मतदाता हैं। यह गुरकीरत सिंह डांग नामक एक सज्जन हैं। गुरकीरत सिंह डांग निर्वाचन क्षेत्र के चार अलग-अलग मतदान केंद्रों में एक बार, दो बार, तीन बार, चार बार दिखाई देते हैं। एक ही नाम, एक ही पता, अलग-अलग मतदान केंद्रों के लिए एक ही व्यक्ति। यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है। एक विधानसभा में ऐसे हजारों लोग हैं।”
चुनाव आयोग पर राहुल गांधी का करारा प्रहार
मतदाता सूची का जिक्र करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने चुनाव आयोग पर करारा प्रहार किया है।
मीडिया से बात करते हुए Rahul Gandhi ने कहा कि “मान लीजिए मुझे यह जानना है कि क्या आपने दो बार वोट दिया है या आपका नाम मतदाता सूची में दो बार है, तो मुझे आपकी तस्वीर लेनी होगी। उसे कागज के हर टुकड़े से मिलाना होगा। यही प्रक्रिया है। अगर चुनाव आयोग हमें इलेक्ट्रॉनिक डेटा देता, तो हमें 30 सेकंड लगते। मैं दोहराता हूं, इसीलिए हमें इस तरह का डेटा दिया जा रहा है, ताकि उसका विश्लेषण न हो। इन कागजो में ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन की सुविधा नहीं है। इसलिए अगर आप इन्हें स्कैन करते हैं, तो आप इनसे डेटा नहीं निकाल सकते। चुनाव आयोग इन कागजो की सुरक्षा क्यों कर रहा है? चुनाव आयोग जानबूझकर ऐसे कागज देता है जिन्हें मशीन से पढ़ा नहीं जा सकता।”
आंकड़ों का जिक्र करते हुए Rahul Gandhi ने स्पष्ट किया है कि “फर्जी पते तीन तरह के होते हैं। या तो ऐसा पता जो होता ही नहीं। आप इसे ढूंढने जाते हैं। यह वहां नहीं होता, या पता 0 होता है, मकान नंबर 0, गली नंबर 0 या फिर पता सत्यापित नहीं हो पाता। ये 40000 मतदाता हैं। बूथ नंबर 366, 46 मतदाता, सभी अलग-अलग परिवारों से हैं जो एक ही बेडरूम वाले घर में रहते हैं। जब हम वहां जाते हैं, तो वे मौजूद नहीं होते। यह एक ही बेडरूम वाला घर है, 46 मतदाता वहां रहते हैं, उनके अस्तित्व का कोई संकेत नहीं है।”
राहुल गांधी ने इससे इतर भी कई प्रमुख बातों का जिक्र कर आयोग को निशाने पर लिया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि ECI आगे क्या प्रतिक्रिया देता है।