Republic Day 2025: भारत ने 26 जनवरी 2025 को अपने 76वें गणतंत्र दिवस का शानदार तरीके से आयोजन किया। दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित इस समारोह में देश की प्रगति, सांस्कृतिक विविधता और सैन्य शक्ति को दर्शाया गया, जिसमें विशेष रूप से ‘नारी शक्ति’ (महिला सशक्तिकरण) पर जोर दिया गया।
Republic Day 2025 पर महिलाओं को मिली विशेष पहचान
गणतंत्र दिवस 2025 का एक महत्वपूर्ण आकर्षण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का ऑल-वूमन मार्चिंग कंटिंजेंट था। यह 148 सदस्यीय दल, जिसकी अगुवाई असिस्टेंट कमांडेंट ऐश्वर्या जॉय एम. ने की, महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश कर रहा था। यह दल देशभर में नक्सल विरोधी, आतंकवाद विरोधी और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के कार्यों में सक्रिय है, और यह भारतीय महिलाओं की ताकत और उनके योगदान का प्रतीक है।
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने एक आकर्षक झांकी प्रस्तुत की, जिसमें महिलाओं के जीवन चक्र, मातृत्व देखभाल और नेतृत्व की भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया। यह झांकी एक लड़की के बचपन से लेकर आत्मनिर्भर महिला बनने तक के सफर को दर्शाती है, जो भारत में महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा को दिखाती है।
दिल्ली पुलिस की महिला बैंड और अन्य महिला नेतृत्व वाली पहलें
इस वर्ष की गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस की ऑल-वूमन बैंड भी एक प्रमुख आकर्षण थी, जिसका नेतृत्व बैंड मास्टर रुएगनुओ केंसे ने किया। यह बैंड, जिसमें चार महिला सब-इंस्पेक्टर और 64 महिला कांस्टेबल्स शामिल थीं, दूसरी बार गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनी। यह महिलाओं के सार्वजनिक सेवा और कानून प्रवर्तन में योगदान को दर्शाता है, और नारी शक्ति के उत्सव में एक महत्वपूर्ण योगदान है।
इसके अतिरिक्त, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने “लखपति दीदी योजना” के तहत भारतीय महिलाओं के सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने वाली एक और झांकी प्रस्तुत की, जो ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से बनाई गई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राष्ट्रपति सुबियांतो का समारोह में योगदान
गणतंत्र दिवस 2025 समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की, जिन्होंने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस वर्ष के समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने भाग लिया, जिससे भारत-इंडोनेशिया के रिश्तों को और मजबूत किया गया। दोनों राष्ट्रपति पारंपरिक बग्गी में समारोह स्थल तक पहुंचे, जो 40 साल बाद फिर से शुरू की गई एक पुरानी परंपरा है।
भारत की ताकत, विविधता और एकता का प्रदर्शन
इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह में न केवल नारी शक्ति को मान्यता दी गई, बल्कि भारत की एकता, सांस्कृतिक समृद्धि और सैन्य शक्ति को भी प्रदर्शित किया गया। इस वर्ष के समारोह का थीम “जन भागीदारी” था, जो भारत के संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर निर्धारित किया गया था। इस मौके पर 300 से अधिक सांस्कृतिक कलाकारों ने सारे जहाँ से अच्छा जैसे पारंपरिक गीतों का प्रदर्शन किया।
इसके अलावा, Mi-17 1V हेलीकॉप्टरों ने ध्वज गठन में फूलों की पंखुड़ियां गिराईं, जबकि वीरता पुरस्कार विजेताओं और सैन्य इकाइयों ने भाग लिया, जिसमें इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सेना का मार्चिंग कंटिंजेंट भी शामिल था, जिससे परेड में एक अंतरराष्ट्रीय रंग भी झलकता था।