Operation Sindoor: लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर जारी चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी पहलुओं पर जवाब देने की कोशिश की है। हालांकि, विपक्ष रक्षा मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं नजर आया और फिर एक बार सरकार को कटगरे में खड़ा कर दिया है। विपक्षी सांसद गौरव गोगोई ने ऑपरेशन सिंदूर पर जारी चर्चा के दौरान सवाल उठाया कि आतंकी कैसे पाकिस्तान से पहलगाम पहुंचे और 26 लोगों को मार डाला? Operation Sindoor पर लोकसभा में जारी चर्चा के बीच हुई गहमा-गहमी को लेकर गौरव गोगोई ने कहा कि राष्ट्रहित में सवाल पूछना हमारा काम है।
रक्षा मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने फिर उठाए सवाल!
विपक्ष की ओर से चर्चित सांसद गौरव गोगोई ने ऑपरेशन सिंदूर पर जारी चर्चा के दौरान फिर सवाल उठाए हैं। रक्षा मंत्री की ओर से दिए गए जवाब के बाद गौरव गोगोई ने कहा कि “राजनाथ सिंह जी ने बहुत सारी जानकारी दी लेकिन रक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने कभी उल्लेख नहीं किया कि कैसे पाकिस्तान से आतंकवादी पहलगाम पहुंचे और 26 लोगों को मार डाला। राष्ट्र के हित में सवाल पूछना हमारा कर्तव्य है।”
लोकसभा में Operation Sindoor पर जारी चर्चा के दौरान गहमा-गहमी
संसद के मानसून सत्र के दौरान आज की कार्यवाही सभी के लिए खास है। आज सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में जवाब दे रहे हैं। इस दौरान रक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया है कि “ऑपरेशन सिंदूर हमारे सामर्थ्य का प्रतीक था जिसमें हमने दिखाया कि अगर कोई हमारे नागरिकों को मारेगा तो भारत चुप नहीं बैठेगा। हमारा राजनैतिक तंत्र और नेतृत्व बिना किसी दबाव के काम करेगा। हमारी मिसाइलें भौतिक सीमाओं को पार करेंगी, वीर सैनिक दुश्मन की कमर तोड़ देंगे। हम आतंकवाद के हर रूप और स्वरूप को समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
इससे इतर Operation Sindoor पर जारी चर्चा को रफ्तार देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि “ऑपरेशन केवल रोका गया है समाप्त नहीं किया गया। अगर पाकिस्तान की ओर से भविष्य में कोई भी दुस्साहस हुआ तो यह ऑपरेशन दोबारा प्रारंभ होगा। 10 मई को पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO से संपर्क किया और भारत से सैन्य कार्रवाई को रोकने की अपील की। 12 मई को दोनों देशों के DGMO के बीच औपचारिक संवाद हुआ और दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई पर विराम लगाने का निर्णय लिया।”
राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि “हमारी सरकार ने पाकिस्तान के साथ शांति स्थापित करने के लिए कई प्रयास किए हैं। लेकिन बाद में, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक और 2025 के ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से, हमने शांति स्थापित करने के लिए एक अलग रास्ता अपनाया है। बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते।”
इससे इतर भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े तमाम सवालों का जवाब दिया है।